Edited By jyoti choudhary,Updated: 03 Jan, 2022 04:20 PM
केन्द्र सरकार की कथित श्रमिक और जन विरोधी तथा उद्यमी समर्थित नीतियों के विरोध में सेंट्रल ट्रेड यूनियन्स (सीटू) और अन्य संगठनों के आह्वान 23 और 24 फरवरी को आयोजित हो रही दो दिवसीय राष्ट्र व्यापी हड़ताल में बैंक कर्मी भी शामिल होंगे।
हैदराबादः केन्द्र सरकार की कथित श्रमिक और जन विरोधी तथा उद्यमी समर्थित नीतियों के विरोध में सेंट्रल ट्रेड यूनियन्स (सीटू) और अन्य संगठनों के आह्वान 23 और 24 फरवरी को आयोजित हो रही दो दिवसीय राष्ट्र व्यापी हड़ताल में बैंक कर्मी भी शामिल होंगे। अखिल भारतीय बैंक कर्मचारी संघ (एआईबीईए) की केन्द्रीय कमेटी ने इस हड़ताल में शामिल होने का निर्णय लिया है।
संगठन के महासचिव सीएच वेंकटचलम ने सभी संबंध बैंक संघों और सदस्यों को कल रात एक परिपत्र जारी कर यह जानकारी दी और इस ऐहितासहिक हड़ताल में शामिल होने के लिए तैयार रहने का कहा। उन्होंने कहा कि यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन्स ने दो सरकारी बैंकों के निजीकरण के विरोध में पिछले वर्ष 15 और 16 मार्च को हड़हाल का आह्वान किया था। 16 और 17 दिसंबर 2021 को बैंकिंग कानून (संशोधन) विधेयक 2021 के विरोध में हड़ताल की गई थी। उन्होंने कहा कि यह सिफर् लोगों के जीवन और जीवनयापन को बचाने की लड़ाई नहीं है बल्कि यह अर्थव्यवस्था को बचाने का भी संघर्ष है।