Edited By jyoti choudhary,Updated: 28 May, 2018 06:28 PM
भारत के फ्लेक्सी स्टाफिंग बाजार में काफी उल्लेखनीय वृद्धि देखनी को मिल रही है। एक रिपोर्ट में कहा गया है कि बीएसफएसआई, ई-कॉमर्स, खुदरा और बुनियादी ढांचा क्षेत्र में इस साल के अंत तक 10 लाख से अधिक रोजगार के अवसर पैदा होंगे।
नई दिल्लीः भारत के फ्लेक्सी स्टाफिंग बाजार में काफी उल्लेखनीय वृद्धि देखनी को मिल रही है। एक रिपोर्ट में कहा गया है कि बीएसफएसआई, ई-कॉमर्स, खुदरा और बुनियादी ढांचा क्षेत्र में इस साल के अंत तक 10 लाख से अधिक रोजगार के अवसर पैदा होंगे।
वैश्विक स्टाफिंग रिपोर्ट के अनुसार देश के स्टाफिंग बाजार का आकार 3.6 अरब यूरो का है। इंडियन स्टाफिंग फेडरेशन (आईएसएफ) के अनुसार वाहन , खुदरा और ई-कॉमर्स और बुनियादी ढांचा उन शीर्ष 15 क्षेत्रों में शामिल हैं जिसमें 81 प्रतिशत औपचारिक क्षेत्रबल कार्यरत है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि ऑटोमेशन और नवोन्मेषण से कार्य प्रकृति बदल रही है। राष्ट्रीय फ्लेक्सी स्टाफ में बीएफएसआई का योगदान 12 प्रतिशत , बुनियादी ढांचा , निर्माण और ऊर्जा का 11 प्रतिशत , खुदरा और ई-कॉमर्स का मिलाकर 5 प्रतिशत है। आईएसएफ की अध्यक्ष ऋतुपर्णा चक्रवर्ती ने कहा, 'देश में कार्यस्थल पर काफी निचले स्तर पर उत्पादकता की समस्या है। इसके पीछे वास्तविक समस्या कौशल की कमी की है।'
5 फीसदी लोगों की हो रही है भर्ती
चक्रवर्ती ने कहा कि स्टाफिंग उद्योग के सदस्य के रूप में हमारे पास भारी तादाद में नौकरियां हैं लेकिन हम केवल 5 फीसदी युवाओं की भर्ती करने में सक्षम हैं, जो रोजाना आधार पर हमारे पास पहुंचते हैं। ईपीएफओ का आंकड़ा इस पर उलझन में पड़ने के बजाय श्रम बल के औपचारीकरण का सुझाव देता है।