Edited By jyoti choudhary,Updated: 06 Apr, 2021 01:05 PM
एजुकेशन सेक्टर के स्टार्टअप बायजू (Byju''s) ने एक अरब अमेरिकी डॉलर (7,300 करोड़ रुपए) में आकाश एजुकेशनल सर्विसेज लिमिटेड (एईएसएल) का अधिग्रहण किया है ताकि वह देश में परीक्षा तैयारी खंड में अपनी उपस्थिति को मजबूत कर सके।
बिजनेस डेस्कः एजुकेशन सेक्टर के स्टार्टअप बायजू (Byju's) ने एक अरब अमेरिकी डॉलर (7,300 करोड़ रुपए) में आकाश एजुकेशनल सर्विसेज लिमिटेड (एईएसएल) का अधिग्रहण किया है ताकि वह देश में परीक्षा तैयारी खंड में अपनी उपस्थिति को मजबूत कर सके। सूत्रों के अनुसार यह सौदा बायजू का सबसे बड़ा सौदा है और इसे दुनिया में शिक्षा प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में सबसे बड़ा सौदा माना जा रहा है।
अनुमान है कि इस सौदे के होने से आकाश इंस्टीट्यूट, बायजू की मदद से ऑनलाइन मोड में छात्रों तक पहुंच बना सकेगा। इस सौदे के तहत आकाश के संस्थापक और ब्लैकस्टोन बायजू में शेयरधारक बन जाएंगे। आकाश चौधरी का कहना है कि वह मर्जर के बाद आकाश इंस्टीट्यूट के परिचालनों को आगे भी लीड करेंगे।
कोचिंग को लेकर क्या दिखेगा बदलाव
आकाश चौधरी ने बताया, ‘यह भारत में शिक्षा के क्षेत्र में और विशेष रूप से स्टार्टअप क्षेत्र में सबसे बड़ा एकीकरण है। कोविड-19 ने ऑनलाइन शिक्षा के लिए रास्ते तैयार कर दिए हैं और हमारा मानना है कि इसमें स्कूली शिक्षा, परीक्षा की तैयारी के साथ ही उच्च शिक्षा भी शामिल है। बायजू के साथ मिलकर आकाश एजुकेशनल सर्विसेज और बड़े पैमाने पर और मल्टीपल डिलीवरी चैनल्स के साथ छात्रों को शिक्षा उपलब्ध करा सकेगी। ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों इकोसिस्टम्स में इनोवेट किया जा सकेगा। आकाश में हम इनोवेटिव और डिजिटल इनेबल्ड लर्निंग सॉल्यूशंस के जरिए छात्रों के अनुभवों में बदलाव लाने की कोशिश कर रहे हैं। बायजू के साथ मिलकर हम एक ओम्नीचैनल लर्निंग पेशकश को तैयार करने की दिशा में काम करेंगे, जो टेस्ट प्रिपरेशन एक्सपीरियंस को अगले लेवल तक ले जाएगा।
Byju’s का क्या है तर्क
Byju’s के फाउंडर व सीईओ बायजू रवींद्रन ने बताया कि यह अधिग्रहण भारत में आकाश इंस्टीट्यूट को और आगे ले जाएगा। ऑनलाइन और ऑफलाइन मोड को मिलाकर ब्लेंडेड लर्निंग के विभिन्न मॉडल्स की पेशकश का रास्ता यह अधिग्रहण खोलेगा। बायजू रवींद्रन ने इस अधिग्रहण के पीछे के तर्क को एक्सप्लेन करते हुए बताया कि एजुकेशन में K to 10 सेगमेंट हमारा फोकस एरिया है और यह इस अधिग्रहण से सकारात्मक रूप से प्रभावित होगा। इसके बाद टेस्ट प्रिपरेशन भी एक बड़ा सेगमेंट है और हम आकाश ब्रांड के जरिए इस पर बड़े पैमाने पर फोकस करेंगे। पिछले 10-12 महीनों में जो कुछ भी हुआ है, उसके बाद कई छात्र ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों माध्यमों पर निर्भर हो रहे हैं। जैसे-जैसे चीजें फिर से खुल रही हैं, वे फिर से ऑफलाइन सेंटर्स की ओर जाएंगे। आकाश के साथ यह सौदा बेस्ट ऑफलाइन व ऑनलाइन लर्निंग को साथ लाएगा।
इन कंपनियों का भी Byju’s कर चुकी है अधिग्रहण
सूत्रों के मुताबिक, Byju's अतिरिक्त 60 से 70 करोड़ डॉलर और जुटाने के लिए बातचीत कर रहा है, ताकि वृद्धि को और तेज किया जा सके। इससे पहले बायजू ट्यूटरविस्ट और एजुराइट का 2017 में एवं ओस्मो (Osmo) का 2019 में अधिग्रहण कर चुका है। पिछले साल इसने कोडिंग ट्रेनिंग कंपनी व्हाइटहैट जूनियर (Whitehat Junior) का अधिग्रहण 30 करोड़ डॉलर में किया था।