Edited By ,Updated: 09 Mar, 2016 12:40 AM
विवादास्पद ईपीएफ कर को वापस लेने के सरकार के फैसले को ...
नई दिल्ली : विवादास्पद ई.पी.एफ. कर को वापस लेने के सरकार के फैसले को ऑनलाइन याचिका मंच चेंज डॉट आर्ग ने करीब 2.5 लाख लोगों की बड़ी जीत करार दिया जिन्होंने इस कराधान पहल के खिलाफ ऑनलाइन याचिका पर हस्ताक्षर किए थे।
यह याचिका गुडग़ांव के वित्तीय क्षेत्र के एक पेशेवर वैभव अग्रवाल ने ऑनलाइन मंच पर डाली थी जिसे 2.5 लाख लोगों का समर्थन मिला। उन्होंने ई.पी.एफ. निकासी पर कर की तुरंत वापसी की मांग की जिसकी घोषणा बजट में की गई थी। इस बीच वित्त मंत्री अरुण जेतली ने मंगलवार को संसद में घोषणा की कि कर्मचारी भविष्य निधि (ई.पी.एफ) पर कर का प्रस्ताव वापस ले लिया गया है।
के.पी.एम.जी. इंडिया के प्रमुख (कर) गिरीश वनवारी ने कहा, ‘‘विवादास्पद ई.पी.एफ. कर प्रस्ताव का वापस लिया जाना सही दिशा में उठाया गया कदम है और इससे वेतनभोगी वर्ग को राहत मिलेगी।’’
अर्नेस्ट एंड यंग की कर भागीदार सोनू अय्यर ने कहा, ‘‘प्रस्ताव को वापस लेने का फैसला कई मौजूदा और भावी अंशदाताओं को खुशी प्रदान करेगा।’’
एसोचैम ने घोषणा का स्वागत किया और कहा, ‘‘ई.पी.एफ. मध्यम वर्ग के लिए सबसे महत्वपूर्ण सामाजिक सुरक्षा प्रावधान है जो उन्हें सेवानिवृत्ति के बाद वित्तीय सुरक्षा प्रदान करता है।’’