Edited By Punjab Kesari,Updated: 26 Jun, 2017 03:25 PM
तेलंगाना सरकार ने 15 हजार करोड़ रुपए का जमीन घोटाला पकड़ा है, जिसके चलते...
नई दिल्लीः तेलंगाना सरकार ने 15 हजार करोड़ रुपए का जमीन घोटाला पकड़ा है, जिसके चलते गूगल और माइक्रोसॉफ्ट जैसी बड़ी कंपनियों पर भी तलवार लटक रही है। राज्य सरकार ने ऐसे लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है, जिन्होने फर्जी तरीके से इन कंपनियों को जमीन बेची थी। इसके अलावा राज्य सरकार ने इस तरह की सभी लैंड डील को कैंसिल कर दिया है।
ये कंपनियां भी हुई प्रभावित
जानकारी के अनुसार इस घोटाले को सबसे पहले विपक्ष ने उजागर किया था, जिसके बाद सरकार ने जांच बैठा दी थी। जांच रिपोर्ट आने के बाद राज्य सरकार ने घोटाले से जुड़े सभी व्यक्तियों के खिलाफ कोर्ट में मामला चलाने की सहमति भी दे दी है। जिन कंपनियों ने फर्जी तरीके से जमीन खरीदी थीं, उनमें गूगल और माइक्रोसॉफ्ट के अलावा टिशमैन स्पैयर, शपूरजी पॉलनजी, डी.एल.एफ., लैंको, पूर्वांकारा और माई होम ग्रुप भी शामिल हैं। इससे इन्हें 15 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा का नुकसान हुआ है।
अवैध रुप से कराई गई रजिस्ट्री
निजी जमीनों के अलावा सरकारी जमीन का हैदराबाद में किसी तरह का कोई रिकॉर्ड नहीं रखा जाता है। इससे घोटाला करने वाले लोग एक ही जमीन के टुकड़े को कई लोगों को बेच देते है। 2014 में तेलंगाना बनने के बाद हैदराबाद को इसकी राजधानी बनाने की घोषणा कर दी गई थी। भू-माफियाओं ने जमीन रजिस्ट्री करने वाले अधिकारियों से मिलकर हैदराबाद के मियांपुर और सटे हुए इलाकों में करीब 100 एकड़ जमीन की बंदरबांट कर अवैध रूप से रजिस्ट्री करा कंपनियों को बेच डाला।