Edited By jyoti choudhary,Updated: 24 Jun, 2019 06:58 PM
आमतौर पर यह धारणा है कि नामी गिरामी और सफल चेहरे कभी कोई गलती नहीं करते हैं, जबकि ऐसा नहीं होता। ''विलेज ग्लोबल'' की ओर से आयोजित कार्यक्रम में बिल गेट्स ने इस बात का खुलासा किया है कि उन्हें बिजनेस में लिए कुछ फैसलों पर पछतावा है।
वॉशिंगटनः आमतौर पर यह धारणा है कि नामी गिरामी और सफल चेहरे कभी कोई गलती नहीं करते हैं, जबकि ऐसा नहीं होता। 'विलेज ग्लोबल' की ओर से आयोजित कार्यक्रम में बिल गेट्स ने इस बात का खुलासा किया है कि उन्हें बिजनेस में लिए कुछ फैसलों पर पछतावा है।
माइक्रोसॉफ्ट के को-फाउंडर बिल गेट्स का कहना है नॉन एप्पल फोन फॉर्म प्लेटफॉर्म लॉन्च नहीं करना और गूगल को यह मौका देना उनकी सबसे बड़ी गलती थी। एंड्रॉयड ऑपरेटिंग सिस्टम लॉन्च कर गूगल इस मामले में आगे निकल गई जबकि, माइक्रोसॉफ्ट के लिए यह सामान्य बात थी।
माइक्रोसॉफ्ट अभी दुनिया की बड़ी टेक कंपनियों में शामिल है लेकिन, गेट्स को लगता है कि उन्होंने ऑपरेटिंग सिस्टम में पूंजी लगाई होती तो माइक्रोसॉफ्ट सबसे बड़ी कंपनी होती। गूगल ने 2005 में 5 करोड़ डॉलर में एंड्रॉयड को खरीदा था। वह आज दुनिया का सबसे पॉपुलर स्मार्टफोन ऑपरेटिंग सिस्टम है।
माइक्रोसॉफ्ट का विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम एंड्रॉयड और आईओएस जितना पॉपुलर नहीं हो पाया। विंडो मोबाइल डिवाइस के मुकाबले एंड्रॉयड और आईओएस पर काम करने वाले ऐप्स की संख्या काफी ज्यादा है। इसलिए, ग्राहक विंडो फोन कम खरीदते हैं।