Edited By ,Updated: 11 Dec, 2016 06:21 PM
नोटबंदी के बाद बहुत सारे लोगों ने अपने पैसों को दूसरों के बैंक खाते में जमा करवाया है। जो लोग ये समझ रहे थे कि उनका पैसा व्हाइट हो गया है तो सरकार ने उनको बड़ा झटका दिया है।
नई दिल्ली: नोटबंदी के बाद बहुत सारे लोगों ने अपने पैसों को दूसरों के बैंक खाते में जमा करवाया है। जो लोग ये समझ रहे थे कि उनका पैसा व्हाइट हो गया है तो सरकार ने उनको बड़ा झटका दिया है।
वित्त मंत्रालय ने दिए निर्देश
वित्त मंत्रालय ने बैंकों के चेयरमैन और इंडियन बैंक एसोसिएशन को निर्देश दिया है कि नोटबंदी के बाद बैंकों में जमा हुए नए और पुराने नोटों का पुरा लेखा-जोखा रखें। साथ ही यह भी निर्देश दिया है कि किस खाते में कितने पैसे जमा हुए यानी सभी खातों में जमा रकम का पूरा ब्योरा रखें। सरकार जांच के लिए कभी भी इनका ब्योरा मांग सकती है। वित्त मंत्रालय ने तमाम बैंकों को अपने ग्राहकों को भी खाते में जमा किए गए रकम के साथ-साथ नए और पुराने नोटों की रकम की भी जानकारी देने का निर्देश दिया है।
बैंकों के खिलाफ आई शिकायत
वित्त मंत्रालय ने बैंकों को ये आदेश इसलिए दिया क्योंकि बैंकों के खिलाफ अनियमितताएं की शिकायत आई है। बैंक में ग्राहक नए नोट जमा करा रहे हैं। बैंक अधिकारी अंदर खाने से काउंटरफॉयल में बदलाव कर उस खाताधारक के खाते में बंद हो चुके पुराने 500 और 1000 रुपए को नोट जमा करा दे रहा।
साथ ही सरकार ने बैंकों को निर्देश दिया है कि जिन खातों में बेहिसाब पैसा जमा कराया गया उसका डिटेल मौजुद हो जिससे इनकम टैक्स विभाग को जरूरत पड़ने पर जानकारी उपलब्ध कराई जा सके।