Edited By Isha,Updated: 10 Mar, 2019 02:21 PM
नीरव मोदी (Nirav Modi) को लेकर लंदन के प्रमुख अखबार द टेलीग्राफ (The Telegraph) ने कई खुलासे किए हैं। अपनी रिपोर्ट द टेलीग्राफ ने नीरव मोदी को ब्रिटिश सरकार द्वारा दी गई मदद के बारे में खुलासा किया है और कहा है कि इससे भारत सरकार और ब्रिटिश सरकार
बिजनेस डेस्कः नीरव मोदी (Nirav Modi) को लेकर लंदन के प्रमुख अखबार द टेलीग्राफ (The Telegraph) ने कई खुलासे किए हैं। अपनी रिपोर्ट द टेलीग्राफ ने नीरव मोदी को ब्रिटिश सरकार द्वारा दी गई मदद के बारे में खुलासा किया है और कहा है कि इससे भारत सरकार और ब्रिटिश सरकार के बीच विवाद हो सकता है। द टेलीग्राफ ने कहा है कि नीरव मोदी इन दिनों सोहो में एक आफिस चला रहा है, जिससे वह अपना डायमंड बिजनेस चला रहा है। यह बिजनेस पिछले साल मई में शुरू किया गया है।
मोदी के पास नेशनल इंश्योरेंस नंबर है, जो उसने ब्रिटेन के डायरेक्टर फॉर वर्क एंड पेंशन की ओर से जारी किया गया है। इससे उसे यूके में ऑनलाइन बैंक अकाउंट ऑपरेट करने में आसानी हो गई है। इतना ही नहीं, वेस्ट लंदन की एक वेल्थ मैनेजमेंट कंपनी से संपर्क में हैं, जो खासकर अमीर विदेशों को सलाह देने का काम करती है। रिपोर्ट में कहा गया है कि यह स्पष्ट नहीं है कि ब्रिटिश सरकार ने नीरव मोदी को नेशनल इंश्योरेंस नंबर क्यों दिया है और अब तक इंटरपोल के रेट कॉर्नर नोटिस की पालना क्यों नहीं की है? क्योंकि जब टेलीग्राफ टीम ने ब्रिटेन के होम ऑफिस से संपर्क किया तो वे किसी इंडिविजुअल केस पर कमेंट नहीं कर सकते हैं। हो सकता है कि नीरव मोदी ने लंदन में शरण लेने के लिए अप्लाई किया है।
पीएनबी घोटाले का मामला सामने आने के बाद चर्चा में नीरव मोदी देश के टॉप-100 रईसों में शामिल हैं। बताया जाता है कि नीरव मोदी को फायदा पहुंचाने के लिए पीएनबी के अधिकारियों ने गलत तरीकों का इस्तेमाल किया। उन पर लगभग 13 हजार 700 करोड़ रुपए के घोटाले का आरोप है। उसे भगोड़ा तक करार दे दिया गया है।