Edited By jyoti choudhary,Updated: 15 Mar, 2020 09:48 AM
इंटरनैट सेवा देने वाली कम्पनियों (आई.एस.पीज) ने फैडरल कम्यूनिकेशन कमीशन (एफ.सी.सी.) को आश्वासन दिया है कि वह उन अमरीकियों की इंटरनैट सेवाओं को बंद नहीं करेगी जो कोरोना वायरस के संकट दौरान अपने बिल का भुगतान करने में
जालंधरः इंटरनैट सेवा देने वाली कम्पनियों (आई.एस.पीज) ने फैडरल कम्यूनिकेशन कमीशन (एफ.सी.सी.) को आश्वासन दिया है कि वह उन अमरीकियों की इंटरनैट सेवाओं को बंद नहीं करेगी जो कोरोना वायरस के संकट दौरान अपने बिल का भुगतान करने में असमर्थ होंगे। यह जानकारी एजैंसी के चेयरमैन अजीत पेई की तरफ से दी गई।
पेई के अनुसार अमरीकी शहरी इस वायरस के फैलने दौरान अपने काम, अध्ययन और फोन पर स्वास्थ्य सलाह व सेवाएं प्राप्त करने के लिए घरेलू इंटरनैट सेवाओं पर भरोसा करेंगे। कम्पनियां पेई की ‘अमरीकी लोगों को संपर्क में रखने के वायदे’ के प्रति अगले 60 दिनों तक वचनबद्धता पर कायम रहेंगी। कम्पनियां कोरोना वायरस के कारण बिल के भुगतान में नाकाम रहने वाले घरेलू या छोटे व्यापारियों की इंटरनैट सेवाएं बंद नहीं करेंगी और समय पर भुगतान न करने पर लेट फीस भी नहीं लेंगी।
वाई-फाई व हॉट-स्पॉट जैसी सुविधा भी मुहैया करवाएंगी कम्पनियां
इसके अलावा वे जरूरतमंदों के लिए वाई-फाई व हॉट-स्पॉट जैसी सुविधा भी मुहैया करवाएंगी। एफ.सी.सी. के प्रवक्ता ने कहा कि ए.टी. एंड टी., वेरीजोन, टी-मोबाइल, सिं्प्रट, कामकास्ट और चार्टर सहित लगभग 70 कम्पनियां पहले ही ऐसा वायदा कर चुकी हैं। चेयरमैन पेई ने सेवा प्रदाता कम्पनियां और उनके व्यापारिक समूहों के साथ फोन पर इस वायरस बारे विचार-विमर्श किया। उन्होंने कम्पनियों को यह भी अपील की कि वे डाटा लिमिट से छूट देने और कम आमदन वाले ब्रॉडबैंड प्रोग्रामों वाली कम्पनियों पर इस बात के लिए भी जोर डालें कि वे उनमें विस्तार और सुधार करें। हालांकि ये नीतियां वायदे का हिस्सा नहीं हैं। उन सेवा प्रदाताओं को यह भी यकीनी बनाने के लिए कहा कि घरेलू ब्रॉडबैंड कनैक्शनों का दिन के समय और ज्यादा प्रयोग करने के नतीजे के तौर पर उनके नैटवर्क की कारगुजारी पर प्रभाव न पड़े।