Edited By Yaspal,Updated: 29 Mar, 2019 06:48 PM
भारतीय संचार निगम लिमिटेड़ ने 4 अप्रैल को आपने कर्मचारियों के साथ अहम बैठक होने जा रही है। जिसमें वित्तवर्ष 2018-19 के वित्तीय नतीजों व रोडमैप और आगामी वित्तवर्ष 2019-20 में निवे...
नई दिल्ली: भारतीय संचार निगम लिमिटेड़ ने 4 अप्रैल को आपने कर्मचारियों के साथ अहम बैठक होने जा रही है। जिसमें वित्तवर्ष 2018-19 के वित्तीय नतीजों व रोडमैप और आगामी वित्तवर्ष 2019-20 में निवेश, पूंजीगत खर्च संबंधी कर्ज की सीमा बढ़ाने पर विचार-विमर्श किया जाएगा। सूत्रों ने के मुताबिक कंपनी का कहना है कि सार्वजनिक क्षेत्र का उपक्रम बीएसएनएल द्वारा कर्मचारियों को मार्च महीने का वेतन समय पर दिया जाएगा।
निवेश योजना पर होगा विचार
एक सूत्र ने बताया, बोर्ड की बैठक 4 अप्रैल होने वाली बैठक में पूंजीगत खर्च के कर्ज प्राप्त करने की सीमा बढ़ाने को मंजूरी प्रदान करने के बाद उसे दूरसंचार मंत्रालय भेजा जाएगा। इसके इलावा बैठक में अगले वित्तवर्ष व लक्ष्यों के मद्देनजर निवेश योजना बनाई जाएगी। वर्तमान में बीएसएनएल बोर्ड ने पूंजीगत कर्ज बढ़ाने की सीमा 4,300 करोड़ रुपये रखी है। सूत्रों के मुताबिक मार्च महीने का वेतन बीएसएनएल के अपने संसाधन की सेवा बिल से समय पर दिया जाएगा।
दूसरी छमाही में 4जी सेवा आधारित एलटीई सेवा
बीएसएनएल बोर्ड में डीओटी के दो नामित व्यक्ति हैं। जो सेक्टर में उच्च प्रतिस्पर्धा में बने रहने के लिए बीएसएनएल के कार्य और अगले वित्तवर्ष के लिए निवेश योजना की समीक्षा करेंगे। कंपनी के सामने जो चुनौतियां पाया गया है।जिनमें खर्च, बाजार की दशाओं और पूंजीगत खर्च और नेटवर्क का विस्तार शामिल हैं। बीएसएनएल ने पहले ही 4जी नेटवर्क उपकरण स्थापित किया है। लेकिन वर्ष की दूसरी छमाही में 4जी सेवा आधारित एलटीई शुरू हो सकती है। जिसके मद्देनजर कंपनी को कुछ विस्तार करने की जरूरत हो सकती है।
भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण (ट्राई) इस समय बीएसएनएल के ४जी स्पेक्ट्रम मसले का परीक्षण कर रहा है। बीएसएनएल के अस्तित्व में आने के 18 साल के दौरान पहली बार फरवरी में कंपनी को 850 करोड़ रुपये के एचआर बिल का भुगतान करने में कठिनाई का सामना करना पड़ा।