Edited By Isha,Updated: 13 Dec, 2018 11:06 AM
सरकारी दूरसंचार कंपनी भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) का वार्षिक घाटा मार्च 2018 को समाप्त वित्तीय वर्ष में बढ़कर 7,992 करोड़ रुपए हो गया। यह जानकारी संसद को बुधवार को दी गई। लोकसभा
नई दिल्लीः सरकारी दूरसंचार कंपनी भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) का वार्षिक घाटा मार्च 2018 को समाप्त वित्तीय वर्ष में बढ़कर 7,992 करोड़ रुपए हो गया। यह जानकारी संसद को बुधवार को दी गई। लोकसभा में दूरसंचार मंत्री मनोज सिन्हा द्वारा साझा किये गये वित्तीय आंकड़ों के अनुसार बीएसएनएल ने इससे पहले 2016-17 में 4,793 करोड़ रुपए का नुकसान दर्ज किया था। जवाब में घाटा बढऩे का कारण नहीं बताया गया।
सिन्हा के अनुसार, ब्रॉडबैंड क्षेत्र में इस सरकारी उपक्रम की कंपनी की बाजार हिस्सेदारी वित्तवर्ष 2018 के अंत तक घटकर 10 प्रतिशत रह गई जो वित्तवर्ष 2009 में 19 प्रतिशत थी। इसमें कहा गया है कि सार्वजनिक क्षेत्र की इस कंपनी की ब्राडबैंड हिस्सेदारी 2016 से लगातार 10 प्रतिशत पर बनी हुई है।