Edited By ,Updated: 27 Jan, 2017 12:19 PM
देश का हैल्थकेयर सेक्टर वित्त मंत्री अरुण जेतली के सामने अपनी मांग रख रहा है। हैल्थकेयर एक्सपर्ट्स के मुताबिक कैसे देश के हर नागरिक को एक सेहतमंद भविष्य दिया जा सकता है।
नई दिल्लीः देश का हैल्थकेयर सेक्टर वित्त मंत्री अरुण जेतली के सामने अपनी मांग रख रहा है। हैल्थकेयर एक्सपर्ट्स के मुताबिक कैसे देश के हर नागरिक को एक सेहतमंद भविष्य दिया जा सकता है। हैल्थकेयर सेक्टर पर जिम्मा है देश के हर नागरिक की सेहत को दुरुस्त रखने का लेकिन इसके आड़े आता है लगातार महंगा होता इलाज। ऐसे में डॉक्टरों का मानना है कि सरकार को अफोर्डेबल हैल्थकेयर पर फोकस करना चाहिए।
जानकारों का मानना है कि अगर अस्पतालों और डॉक्टरों पर लगने वाले सर्विस टैक्स में राहत दी जाए तो इलाज का खर्च कम करने में मदद मिलेगी। जानकारों का ये मानना है कि देश में हर नागिरक को हेल्थ इंश्योरेंस की सुविधा जरूर मिलनी चाहिए। साथ ही हैल्थकेयर से जुड़े इंफ्रास्ट्रक्चर और मैनपावर को बढ़ावा देने की कोशिश होनी चाहिए।
हैल्थकेयर जी.डी.पी. में 4.75 फीसदी का योगदान करता है और इसका साइज 11,000 करोड़ रुपए का है। जी.डी.पी .में इसकी भागीदारी बढ़ाने और स्वास्थ्य सुविधाएं हर किसी तक पहुंचाने के लिए वित्त मंत्री अरुण जेतली कितना हैल्दी बजट पेश करते हैं, इस पर सबकी निगाहें रहेंगी।