Edited By Punjab Kesari,Updated: 27 Jan, 2018 10:48 AM
शेयर बाजार इस समय नई ऊंचाइयों पर पहुंच चुका है और इसी बीच केंद्र सरकार आम बजट में इक्विटी निवेश पर दीर्घकालिक पूंजीगत लाभ पर कर (लांग टर्म कैपिटल गेन्स) का ऐलान कर सकती है। कई रेटिंग एजेंसियों ने भी इसके संकेत दिए हैं। बैंक ऑफ अमेरिका-मेरिल लिंच...
नई दिल्लीः शेयर बाजार इस समय नई ऊंचाइयों पर पहुंच चुका है और इसी बीच केंद्र सरकार आम बजट में इक्विटी निवेश पर दीर्घकालिक पूंजीगत लाभ पर कर (लांग टर्म कैपिटल गेन्स) का ऐलान कर सकती है। कई रेटिंग एजेंसियों ने भी इसके संकेत दिए हैं। बैंक ऑफ अमेरिका-मेरिल लिंच (बोफा-एमएल) ने कहा कि इक्विटी बाजार में भारी उछाल से इस टैक्स की संभावना बढ़ गई है। फिलहाल डेट फंड और रीयल एस्टेट पर एलटीसीजी टैक्स पहले ही लागू है, लिहाजा इक्विटी को अन्य परिसपंत्तियों के बराबर लाने के लिए इसकी घोषणा हो सकती है।
बोफा-एमएल ने रिपोर्ट में कहा है कि बाजार पहले ही उबाल पर है और सैंसेक्स 2018 के अंत तक फिर 32 हजार तक गिर सकता है। मार्गन स्टैनली के विशेषज्ञों ने भी संकेत दिया है कि सरकार राजस्व बढ़ाने के अतिरिक्त उपाय करेगी। बाजार ने 17 से 23 जनवरी के बीच ही एक हजार अंक पार किया। जबकि 27 मई 2017 से 23 जनवरी 2018 तक छह हजार की छलांग लगाई है।