Edited By ,Updated: 02 Mar, 2016 11:52 PM
बजट के प्रावधानों एवं विदेशी बाजारों के सकारात्मक संकेतों के कारण बुधवार घरेलू शेयर बाजार लगातार दूसरे
मुम्बई : बजट के प्रावधानों एवं विदेशी बाजारों के सकारात्मक संकेतों के कारण बुधवार घरेलू शेयर बाजार लगातार दूसरे कारोबारी दिवस 2 प्रतिशत से अधिक की बढ़त हासिल कर 3 सप्ताह के उच्चतम स्तर पर पहुंच गए।
बी.एस.ई. का 30 शेयरों वाला सूचकांक सैंसेक्स 463.63 अंक (1.95 प्रतिशत) मजबूत होकर 24,000 के मनोवैज्ञानिक स्तर से ऊपर 24,242.98 अंक पर बंद हुआ। नैशनल स्टॉक एक्सचेंज (एन.एस.ई.) का निफ्टी भी 146.55 अंक (2.03 प्रतिशत) उछलकर 7,368.85 अंक पर रहा। बजट की घोषणा के बाद सैंसेक्स में यह दूसरी बड़ी तेजी है। मंगलवार को सैंसेक्स 777.35 अंक चढ़कर बंद हुआ था। इस लिहाज से सैंसेक्स ने 2 दिन में 1241 अंक की तेजी दिखाई है।
बी.एस.ई. में चौतरफा लिवाली का जोर रहा। सैंसेक्स की 30 कम्पनियों में 23 को लाभ हुआ जबकि 7 के शेयर लुढ़क गए। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया को सर्वाधिक 11.50 प्रतिशत का लाभ हुआ। आई.सी.आई.सी.आई. बैंक, अदानी पोटर््स एवं हीरो मोटोकॉर्प को भी 5 प्रतिशत से अधिक मुनाफा हुआ।
छोटी एवं मझोली कम्पनियों में भी लिवाली का जोर रहा। बी.एस.ई. का मिडकैप 1.88 प्रतिशत की बढ़त लेकर 10,000 के मनोवैज्ञानिक स्तर से ऊपर 10,051.86 अंक पर पहुंच गया। स्मॉलकैप भी 2.21 प्रतिशत उछलकर 10,073.97 अंक पर बंद हुआ।
रुपया 32 पैसे मजबूत
घरेलू शेयर बाजारों में जारी तेजी के बल पर अंतरबैंकीय मुद्रा बाजार में रुपया लगातार चौथे कारोबारी सत्र में 32 पैसे मजबूत होकर डेढ़ महीने के उच्चतम स्तर 67.54 रुपए प्रति डॉलर पर पहुंच गया। गत कारोबारी दिवस पर यह 55 पैसे तेज रहकर 67.86 रुपए प्रति डॉलर पर पहुंच गया था जो रुपए की साढ़े 5 महीने की सबसे बड़ी एकदिनी बढ़त रही थी।
3 दिन की हड़ताल पर सर्राफा कारोबारी
बजट में चांदी के जेवरों को छोड़कर सभी कीमती धातुओं के आभूषणों पर उत्पाद शुल्क छूट वापस लेने की घोषणा से निराश रत्न एवं आभूषण कारोबारी बुधवार से 3 दिवसीय राष्ट्रव्यापी हड़ताल पर चले गए हैं जिससे राजधानी दिल्ली सहित पूरे देश में यह कारोबार ठप्प हो गया है।
रत्न एवं आभूषण उद्योग के प्रमुख संगठन ऑल इंडिया सर्राफा एसोसिएशन के उपाध्यक्ष एस.के. जैन ने बताया, ‘‘इस घोषणा के विरोध में देश भर में आभूषण कारोबारी हड़ताल पर हैं। इससे पहले वर्ष 2012 में तत्कालीन वित्तमंत्री प्रणव मुखर्जी ने भी कारोबारियों द्वारा 21 दिन तक हड़ताल किए जाने के बाद उत्पाद शुल्क छूट वापस लेने की घोषणा की थी। वैसे ही हालात एक बार फिर आ गए हंै।’’
उन्होंने बताया कि संगठन का प्रतिनिधिमंडल गुरुवार को इस सिलसिले में वित्त मंत्री अरुण जेतली से मुलाकात करेगा और घोषणा को वापस लेने का ज्ञापन सौंपेगा। उन्होंने कहा कि आभूषणों पर उत्पाद शुल्क छूट वापस लेने से कारोबारियों पर अतिरिक्त दबाव बढ़ेगा और रत्न एवं आभूषण उद्योग पर इसका प्रतिकूल असर पड़ेगा।
गौरतलब है कि बजट में वित्त मंत्री अरुण जेतली ने सोने के आभूषणों पर 1 प्रतिशत उत्पाद शुल्क लगाने की घोषणा की थी। इसमें चांदी के आभूषण शामिल नहीं हैं। हीरे और सोने के आभूषणों को शुल्क के दायरे में रखा गया है। इससे ज्वैलर्स को अपनी बिक्री कम होने और इंस्पैक्टर राज आने का डर सता रहा है।
हड़ताल हो सकती है अनिश्चितकालीन
हड़ताल के चलते अधिकांश ज्वैलरी शोरूम, मैन्युफैक्चरिंग यूनिट और दुकानें बंद रहीं। ज्वैलर्स एसोसिएशन ने हड़ताल से एक दिन में 10,000 करोड़ रुपए और कुल मिलाकर 3 दिन में 30,000 करोड़ रुपए का व्यापार प्रभावित होने की बात कही है। साथ ही चेतावनी दी है कि यदि सरकार उत्पाद शुल्क वापस नहीं लेती है तो हड़ताल अनिश्चितकालीन तक जा सकती है।