Edited By jyoti choudhary,Updated: 05 Feb, 2020 04:40 PM
हाल ही आए केंद्रीय बजट पर मिश्रित प्रतिक्रियाएं मिल रही हैं। रियल एस्टेट सेक्टर ने इसे निराशाजनक बताया है। मंगलम ग्रुप के चेयरमैन एनके गुप्ता के अनुसार बजट व्यापारी वर्ग के लिए निराशाजनक रहा। आर्थिक गतिविधियों को जिस गति की उम्मीद थी, वह नहीं मिल...
जयपुरः हाल ही आए केंद्रीय बजट पर मिश्रित प्रतिक्रियाएं मिल रही हैं। रियल एस्टेट सेक्टर ने इसे निराशाजनक बताया है। मंगलम ग्रुप के चेयरमैन एनके गुप्ता के अनुसार बजट व्यापारी वर्ग के लिए निराशाजनक रहा। आर्थिक गतिविधियों को जिस गति की उम्मीद थी, वह नहीं मिल सकी। बजट नई दिशा प्रदान करने में असफल रहा।
नहीं हुई उम्मीद पूरी
टीम आरआरसी फाउंडर एवं चेयरमैन सी.के मित्तल के अनुसार आम बजट में रियल एस्टेट को जो उम्मीद थी वह इस बजट में नहीं दिखाई दी। रियल एस्टेट सुधार से जो रोजगार के अवसर उपलब्ध होते उस अवसर को सरकार ने गंवा दिया। रियल एस्टेट को उद्याेग का दर्जा मिलने की उम्मीद थी, जाे नहीं दिया गया। बिना रियल एस्टेट के सुधार के कभी भी सरकार आर्थिक मोर्चे पर सफल नहीं हो सकती है क्योंकि यह क्षेत्र रेलवे के बाद सबसे ज्यादा रोजगार के अवसर उपलब्ध कराता है।
काॅमर्शियल मांग बढ़ेगी
आरटेक ग्रुप के एमडी राजेश यादव के अनुसार बजट में स्टार्ट अप के टर्न ओवर की लिमिट 25 करोड़ से बढ़ा कर 100 कराेड़ कर दी गई जिससे नए स्टार्ट अप बढ़ेंगे। इससे काॅमर्शियल प्रॉपर्टी की मांग बढ़ेगी। इससे रियल एस्टेट सेक्टर काे लाभ हाेगा।