Edited By jyoti choudhary,Updated: 01 Feb, 2019 05:24 PM
स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) के अध्यक्ष अनिल कुमार चौधरी ने 2019-20 के अंतरिम बकाट को उद्योग और इस्पात क्षेत्र के लिए सकारात्मक बताते हुए कहा है यह आने वाले दिनों में देश में इस्पात की खपत बढ़ाने में मददगार साबित होगा।
नई दिल्लीः स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) के अध्यक्ष अनिल कुमार चौधरी ने 2019-20 के अंतरिम बकाट को उद्योग और इस्पात क्षेत्र के लिए सकारात्मक बताते हुए कहा है यह आने वाले दिनों में देश में इस्पात की खपत बढ़ाने में मददगार साबित होगा। चौधरी ने कहा कि यह बजट देश के तेज गति के आर्थिक विकास पर केन्द्रित होने के साथ-साथ रेलवे, रक्षा, सड़क, फ्लाइवेयर, विमानन, जलमार्ग, अंतरिक्ष, एलपीजी गैस समेत सागरमाला परियोजना जैसे प्रमुख क्षेत्रों पर विशेष रूप से फोकस है।
ये सभी क्षेत्र सीधे तौर पर इस्पात उत्पादों के उपभोग से जुड़े हैं और यह निश्चित रूप से आने वाले दिनों में देश में इस्पात खपत बढ़ाने में मददगार साबित होंगे। उन्होंने कहा कि सरकार ने रेलवे के लिए अब तक की सबसे बड़ी राशि 1,58,658 करोड़ रुपए का पूंजी खर्च के रूप में प्रावधान किया है। इसमें रेलवे के आधुनिकीकरण और विस्तारीकरण के साथ रेल यात्रियों कि सुविधाओं को बढ़ाने पर मुख्य रूप से काोर दिया जाना है, जिसमें सेल द्वारा उत्पादित रेल और व्हील-एक्सेल समेत अनेक इस्पात उत्पादों की बड़ी मात्रा में कारूरत पडऩे वाली है। उन्होंने कहा कि सेल ने रेलवे को गत जनवरी में रिकार्ड 1,03,234 टन रेल की आपूर्ति की है।
सेल अध्यक्ष ने प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना पर 19000 करोड़ रुपए के प्रावधान और सरकार के हाइवे निर्माण पर काोर को इस्पात क्षेत्र के लिए आशाजनक बताते हुए कहा कि रक्षा और अन्तरिक्ष के अलावा सरकार का स्वास्थ्य तथा शिक्षा पर भी विशेष रूप से काोर है। इस क्षेत्र में सुविधाओं का विकास भी इस्पात के उपभोग से सीधे जुड़ा हुआ है। सरकार ने लोगों की आमदनी बढ़ाने के उपाय के साथ-साथ घर निर्माण को आसान बनाया है और उस पर कर प्रावधानों में कुछ छूट भी दी है, इससे भी देश में इस्पात खपत को मजबूती मिलेगी।