Edited By jyoti choudhary,Updated: 08 Sep, 2018 06:49 PM
देश के व्यापारियों के शीर्ष संगठन कॉन्फ़ेडरेशन ऑफ़ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने स्पष्ट किया है कि उसने 10 सितंबर को भारत बंद का कोई आह्वान नहीं किया है और न ही उसने उस दिन इस बंद का समर्थन किया है।
नई दिल्लीः देश के व्यापारियों के शीर्ष संगठन कॉन्फ़ेडरेशन ऑफ़ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने स्पष्ट किया है कि उसने 10 सितंबर को भारत बंद का कोई आह्वान नहीं किया है और न ही उसने उस दिन इस बंद का समर्थन किया है। कैट ने शनिवार को जारी बयान में कहा कि उसने 10 सितंबर को आयोजित हो रहे भारत बंद का समर्थन नहीं किया है। देश भर में इस दिन व्यापार सामान्य रूप से जारी रहेगा।
कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी सी भरतिया एवं राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने यह स्पष्टीकरण जारी करते हुए कहा की कैट ने आगामी 28 सितंबर को वॉलमार्ट फ्लिपकॉर्ट सौदे एवं रिटेल में विदेशी निवेश के खिलाफ भारत व्यापार बंद का आह्वान किया है जिसकी तैयारियां पूरे देश में चल रही हैं।
खंडेलवाल ने राष्ट्रीय कंपनी लॉ अपीलीय न्यायाधिकरण में दो दिन पहले वरिष्ठ वकील एवं कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी द्वारा वॉलमार्ट की तरफ से पेश होने पर कड़ी आलोचना करते हुए कहा की हर बार पैसा कमाना ही जरूरी नहीं होता। सार्वजानिक जीवन में राजनेताओं से कुछ मर्यादा रखने की अपेक्षा की जाती है फिर वह चाहे व्यक्तिगत तौर पर ही क्यों न हो।
सिंघवी के वॉलमार्ट की तरफ से पेश होने से यह साफ़ जाहिर होता है कि कांग्रेस देश के रिटेल बाकाार को बहुराष्ट्रीय कंपनियों को सौंपने के हक में है। उन्होंने कहा कि सिंघवी को यह नहीं भूलना चाहिए कि वह देश के व्यापारियों के विरोध में खड़े हुए हैं जबकि उनकी पार्टी के अध्यक्ष राहुल गांधी अपनी सभाओं में छोटे व्यापारियों की पैरोकारी कर रहे हैं। इससे जाहिर होता है कि गांधी केवल दिखावे की राजनीति कर रहे हैं जबकि उनकी पार्टी के नेता बहुराष्ट्रीय कंपनियों के प्रवक्ता बने हुए है। इस मामले में कांग्रेस अथवा गांधी को स्पष्टीकरण देना चाहिए।