चीनी कंपनियों के खिलाफ CAIT ने तेज किया अभियान, लोगों का मांगा साथ

Edited By vasudha,Updated: 20 Jun, 2020 03:06 PM

cait intensifies operations against chinese companies

चीनी उत्पादों के बहिष्कार और इस मुद्दे पर राष्ट्र की नब्ज जानने के लिए अपने कनफेडेरशन ऑफ़ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने अपने अभियान को व्यापक बनाने के लिए एक कदम और आगे बढ़ाते हुए देश के व्यापारियों और लोगों के बीच कल रात से एक राष्ट्रीय ऑनलाइन...

बिजनेस डेस्क: चीनी उत्पादों के बहिष्कार और इस मुद्दे पर राष्ट्र की नब्ज जानने के लिए अपने कनफेडेरशन ऑफ़ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने अपने अभियान को व्यापक बनाने के लिए एक कदम और आगे बढ़ाते हुए देश के व्यापारियों और लोगों के बीच कल रात से एक राष्ट्रीय ऑनलाइन सर्वेक्षण शुरू किया है, जिसमें चीनी सामन के बहिष्कार पर लोगों की राय मांगी गई है! कैट ने गत 10 जून, 2020 को चीनी सामानों के बहिष्कार से जुड़े अपने अभियान "भारतीय समाज-हमरा अभियान" की शुरुआत की थी, जिसे देश के सभी कोनों से देशव्यापी समर्थन मिला है।कैट का यह सर्वेक्षण 26 जून, 2020 तक जारी रहेगा।

 

कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी सी भरतिया एवं राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने आज कहा कि पूरे देश में सरकार और हमारी सेनाओं के साथ एकजुटता के साथ मजबूती से खड़े होने की प्रतिबध्दता के साथ ही चीन के प्रति राष्ट्र का मिजाज काफी हद तक स्पष्ट है और देश के लोग इस बार चीन को सबक सिखाये जाने की जोरदार वकालत कर रहे हैं ! पिछले 4 दिनों में पूरे देश में व्यापारियों द्वारा लगातार देश के विभिन्न शहरों में विरोध प्रदर्शन किए जाने से देश भर में लोगों की भावनाएं और गुस्से का अहसास स्पष्ट दिखाई देता है !

 

भरतिया और खंडेलवाल ने बताया कि कैट ने अपने ऑनलाइन सर्वेक्षण फॉर्म में 9 प्रश्न पोस्ट करके लोगों की राय ली है जिसमें कैट ने पूछा है की क्या आप सहमत हैं कि भारतीय सेना के खिलाफ चीन की आक्रामकता गलत है। क्या आप लद्दाख में हाल ही में 20 बहादुर भारतीय सैनिकों की मौत के बाद दर्द महसूस करते हैं? क्या आप सहमत हैं कि अब हमें हमें चीन को सबक सिखाना चाहिए? क्या आप भारतीय सेना के साथ खड़े हैं? क्या आप चीनी सामान का बहिष्कार करने के लिए सहमत हैं?

 

क्या आप चीनी सामानों को न खरीदने एवं न ही बेचने का संकल्प ले रहे हैं? क्या आप इस बात से सहमत हैं कि फिल्म स्टार्स और क्रिकेट स्टार्स को चीनी ब्रांड्स का विज्ञापन बंद कर देना चाहिए? क्या आप इस बात से सहमत हैं कि भारत को चीनी कंपनियों को दिए गए सभी अनुबंध रद्द करने चाहिए? क्या आप इस बात से सहमत हैं कि चीनी कंपनियों से कहा जाए की वो भारतीय स्टार्टअप्स में अपना निवेश वापस लें?

 

श्री भरतिया और श्री खंडेलवाल दोनों ने कहा कि ऑनलाइन सर्वेक्षण अभियान के शुरू होने के लगभग 14 घंटों के अंदर ही बड़ी संख्यां में लोगों की राय आई है  और सर्वे के प्रारंभिक परिणाम बहुत उत्साहजनक हैं जो राष्ट्र के मूड को दर्शाते हैं। ऐसा लगता है कि लद्दाख में 20 भारतीय सैनिकों की बहादुरी भारत के लोगों के दिमाग और आत्मा में गहराई तक चली गई है और इसने पूरे देश को चीन के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के लिए प्रेरित किया है !

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