Edited By rajesh kumar,Updated: 06 Aug, 2020 02:45 PM
सार्वजनिक क्षेत्र के केनरा बैंक ने गुरुवार को विभिन्न अवधि के लिए अपने कोष की सीमांत लागत आधारित ब्याज दर (एमसीएलआर) में 0.30 प्रतिशत तक की कटौती की। केनरा बैंक ने शेयर बाजार को बताया कि एक दिन और एक महीने की उधारी दरों में 0.20 प्रतिशत की कमी कर...
नई दिल्ली: सार्वजनिक क्षेत्र के केनरा बैंक ने गुरुवार को विभिन्न अवधि के लिए अपने कोष की सीमांत लागत आधारित ब्याज दर (एमसीएलआर) में 0.30 प्रतिशत तक की कटौती की। केनरा बैंक ने शेयर बाजार को बताया कि एक दिन और एक महीने की उधारी दरों में 0.20 प्रतिशत की कमी कर इसे सात प्रतिशत कर दिया गया है।
MCLR में 0.30 प्रतिशत तक की कटौती
तीन महीने की एमसीएलआर को 7.45 प्रतिशत से घटाकर 7.15 प्रतिशत कर दिया गया है। बैंक ने बताया कि छह महीने के एमसीएलआर को 7.50 प्रतिशत से घटाकर 7.40 प्रतिशत कर दिया गया है। एक साल के लिये एमसीएलआर को 7.55 प्रतिशत से कम करके 7.45 प्रतिशत कर दिया गया है। केनरा बैंक ने कहा कि संशोधित उधारी दरें सात अगस्त से लागू होंगी। एमसीएलआर में कमी से कर्जदारों का बोझ कम होगा।
रेपो रेट बरकरार
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने गुरुवार को मौद्रिक नीति की समीक्षा में ब्याज दरों को अपरिवर्तित रखा, लेकिन साथ ही कहा कि कोविड-19 संकट के मद्देनजर भविष्य में जरूरत पड़ी तो वह दरों में कटौती के लिए नरम रुख अपनाएगा। गवर्नर शक्तिकांत दास ने केंद्रीय बैंक की मौद्रिक नीति समिति के फैसलों की घोषणा करते हुए कहा कि रेपो दर को चार प्रतिशत पर यथावत रखा गया है।