Edited By Isha,Updated: 04 Dec, 2018 04:40 PM
एक सब कमेटी ने इंश्योरेंस रेग्युलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी (IRDA) को अपनी शिफारिशें भेजी हैं जिसमें कहा गया है कि वाहनों का इंश्योरेंस प्रीमियम सेफ ड्राइविंग के आधार पर तय किया जाए। एेसे में अगर अथॉरिटी इस सिफारिश को मान लेती है को आने वाले समय में
बिजनेस डेस्कः एक सब कमेटी ने इंश्योरेंस रेग्युलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी (IRDA) को अपनी शिफारिशें भेजी हैं जिसमें कहा गया है कि वाहनों का इंश्योरेंस प्रीमियम सेफ ड्राइविंग के आधार पर तय किया जाए। एेसे में अगर अथॉरिटी इस सिफारिश को मान लेती है को आने वाले समय में गाड़ियों का इंश्योरेंस प्रीमियम सेफ ड्राइविंग के आधार पर होगा।
शिफारिश में किया इन बातों का जिक्र
शिफारिश में कहा गया कि किसी वाहन का इंश्योरेंस करने से पहले यह देखा जाए कि उसने पूर्व में कितने एक्सीडेंट किए, वाहन कितना किलोमीटर चला है, जो गाड़ी कम चली है उसका इंश्योरेंस प्रीमियम कम हो। इसके अलावा जिस वाहन से कोई दुर्घटना ना हुई हो उसे प्रीमियम में कुछ छूट दी जाए वहीं जो वाहन ज्यादा चला हो या जिसने एक्सीडेंट ज्यादा किए हो उसका इंश्योरेंस प्रीमियम ज्यादा किया जाएगा।
सब कमेटी ने रिपोर्ट में दिया ये तर्क
IRDA को सौंपी रिपोर्ट में सब कमेटी ने इस बारे में तर्क देते हुए बताया कि भारत में लोग निजी वाहनों का ज्यादा इस्तेमाल करते हैं। ज्यादातर ऐसी कारें सड़कों पर दौड़ती हैं जिनमें एक ही आदमी बैठा होता है। इसका मतलब है कि बाहर जाने के लिए एक आदमी भी कार का इस्तेमाल करता है। इसकी वजह से सड़कों पर जाम लगता है, सड़क दुर्घटनाएं भी ज्यादा होती है, प्रदूषण भी बढ़ता है। इसलिए इंश्योरेंस प्रीमियम में छूट लोगों को निजी वाहनों का इस्तेमाल कम करने के लिए प्रेरित करेगी।