Edited By ,Updated: 02 Nov, 2016 01:16 PM
इस बार दीवाली के त्यौहार से पहले ही साबुत काजू की कीमतों में रिकार्डतोड़ तेजी आ गई थी। इसकी कीमत 750 रुपए से बढ़कर 1000 रुपए तक हो गई है, सबसे बढिय़ा काजू होलसेल में 1050 रुपए से ऊपर बिका।
नई दिल्ली: इस बार दीवाली के त्यौहार से पहले ही साबुत काजू की कीमतों में रिकार्डतोड़ तेजी आ गई थी। इसकी कीमत 750 रुपए से बढ़कर 1000 रुपए तक हो गई है, सबसे बढिय़ा काजू होलसेल में 1050 रुपए से ऊपर बिका। इतना ही नहीं, होलसेल ट्रेडर इसकी कीमत और बढऩे की आशंका प्रकट कर रहे हैं।
गत वर्ष दीवाली के समय यह काजू 650 से लेकर 750 रुपए तक था लेकिन इस वर्ष इसमें रिकार्डतोड़ तेजी देखने को मिल रही है। बताते चलें कि काजू प्रोडक्शन में ग्लोबल लैवल पर भारत का रैंक तीसरा है, जबकि पहले और दूसरे रैंक पर क्रमश: वियतनाम व नाइजीरिया हैं।
सोर्स के अनुसार वर्ष 2010 से काजू की डीमांड में 53 प्रतिशत तक की बढ़ौतरी हुई है। वहीं 100 वर्ष में पहली बार हुआ है कि दुनिया के सबसे बड़े एक्सपोर्ट देश वियतनाम को भी सप्लाई करने में मुश्किल पेश आ रही है और उसने सिर्फ 5.2 बिलियन डॉलर का काजू ही एक्सपोर्ट किया है। सोर्स ने बताया कि मिकोंग डेल्टा, उसके आसपास के क्षेत्र और वियतनाम में बारिश की वजह से जहां काजू की 11 प्रतिशत पैदावार प्रभावित हुई है वहीं काली मिर्च, कॉफी, चावल व सी-फूड का एक्सपोर्ट भी कम रहा है।