Edited By jyoti choudhary,Updated: 19 Jan, 2019 07:22 PM
केंद्र सरकार ने पंजाब नेशनल बैंक में भगोड़े हीरा व्यवसायी नीरव मोदी द्वारा किए गए करीब 13,500 करोड़ रुपए के घोटाला मामले में पहली बार बड़ी कार्रवाई की है। केंद्र सरकार ने बैंक को दो कार्यकारी निदेशकों को बर्खास्त कर दिया है।
नई दिल्लीः केंद्र सरकार ने पंजाब नेशनल बैंक में भगोड़े हीरा व्यवसायी नीरव मोदी द्वारा किए गए करीब 13,500 करोड़ रुपए के घोटाला मामले में पहली बार बड़ी कार्रवाई की है। केंद्र सरकार ने बैंक को दो कार्यकारी निदेशकों को बर्खास्त कर दिया है। जिन कार्यकारी निदेशकों को बर्खास्त किया गया है उनमें संजीव शरण और के.वीरा ब्रह्माजी राव शामिल हैं। पंजाब नेशनल बैंक ने दोनों कार्यकारी निदेशकों को बर्खास्त करने की जानकारी स्टॉक एक्सचेंजों को भी दी है।
पहली बार हटाए गए कार्यकारी निदेशक
अखिल भारतीय बैंक कर्मचारी संघ (एआईबीईए) के महासचिव सी.एच. वेंकटचलम का कहना है कि हम दो कार्यकारी निदेशकों को बर्खास्त करने की केंद्र सरकार की कार्रवाई का स्वागत करते हैं। इतने बड़े पैमाने पर घोटाला शीर्ष प्रबंधन की जानकारी के बिना नहीं हो सकता था। उन्होंने कहा कि शायद पहली बार केंद्र सरकार ने राष्ट्रीयकृत बैंकों (प्रबंधन और विविध प्रावधान) योजना, 1970 के तहत किसी राष्ट्रीयकृत बैंक के कार्यकारी निदेशकों को हटाया है।
केंद्र सरकार ने उचित प्रक्रिया का पालन किया
वेंकटचलम ने कहा कि यह भी अच्छा है कि केंद्र सरकार ने पीएनबी के दो कार्यकारी निदेशकों को बर्खास्त करने से पहले उन्हें अपने विचार रखने का मौका देने की उचित प्रक्रिया का पालन किया।