Edited By jyoti choudhary,Updated: 10 Jun, 2019 04:18 PM
आईसीआईसीआई बैंक की पूर्व मुख्य कार्यकारी अधिकारी चंदा कोचर को सोमवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के सामने पेश होना था लेकिन वह ऐसा करने में विफल रहीं। प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारी ने बताया कि इसके पीछे उन्होंने खराब सेहत का हवाला दिया है। उन्हें अब...
नई दिल्लीः आईसीआईसीआई बैंक की पूर्व मुख्य कार्यकारी अधिकारी चंदा कोचर को सोमवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के सामने पेश होना था लेकिन वह ऐसा करने में विफल रहीं। प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारी ने बताया कि इसके पीछे उन्होंने खराब सेहत का हवाला दिया है। उन्हें अब इसी सप्ताह पेश होने के लिए कहा जाएगा।
गौरतलब है कि कोचर एक मनी लॉन्ड्रिंग मामले का सामना कर रही हैं। इसकी जांच निदेशालय कर रहा है। इस मामले में बैंक के साथ वीडियोकॉन समूह भी शामिल है। कोचर पिछले सप्ताह भी खराब सेहत का हवाला देकर निदेशालय के समक्ष पेश नहीं हुई थीं। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि निदेशालय अब बैंक के कुछ और अधिकारियों को पूछताछ के लिए बुलाने पर विचार कर रहा है ताकि वह कोचर के बयानों की पुष्टि कर सके।
निदेशालय ने पिछले महीने कई दौर की पूछताछ में कोचर और उनके पति दीपक कोचर के बयान दर्ज किए थे। इसके अलावा निदेशालय कोचर दंपत्ति की संपत्ति का आकलन करने पर भी विचार कर रही है। ताकि वह इन्हें अस्थायी तौर पर धनशोधन रोकथाम कानून के तहत कुर्क कर सके। इस मामले में चंदा कोचर के देवर राजीव कोचर से भी कई बार पूछताछ की जा चुकी है। यह मामला आईसीआईआई बैंक से 1,875 करोड़ रुपए का ऋण आवंटित करने में किए गए भ्रष्टाचार से जुड़ा है। मामले में वीडियोकॉन समूह के वेणुगोपाल धूत भी जांच के दायरे में हैं।