Edited By Isha,Updated: 16 Dec, 2018 03:22 PM
दूरसंचार कंपनियों के संगठन सेल्युलर आपरेटर्स एसोसिएशन आफ इंडिया (सीओएआई) ने दूरसंचार आपरेटरों के एकल आडिट की वकालत की है। सीओएआई का कहना है कि एकल आडिट प्रक्रिया दूरसंचार विभाग और भारतीय दूरसंचार नियामक
नई दिल्लीः दूरसंचार कंपनियों के संगठन सेल्युलर आपरेटर्स एसोसिएशन आफ इंडिया (सीओएआई) ने दूरसंचार आपरेटरों के एकल आडिट की वकालत की है। सीओएआई का कहना है कि एकल आडिट प्रक्रिया दूरसंचार विभाग और भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) जैसे अंशधारकों की जरूरत को पूरा कर सकता है। उल्लेखनीय है कि दूरसंचार कंपनियों के विशेष आडिट की तैयारी चल रही है।
सीओएआई के महानिदेशक राजन मैथ्यू ने कहा, ‘‘दूरसंचार विभाग को आडिट करने का अधिकार है और हमें इस पर आपत्ति नहीं है। लेकिन हम ऐसे बिंदु पर पहुंच सकते हैं जहां एकल आडिट प्रक्रिया एक इकाई द्वारा की जाए जिसपर सभी सक्षम पक्ष सहमत हों। इस आडिट में कैग, दूरसंचार विभाग और ट्राई सभी की जरूरतों को पूरा किया जा सकता है।’’ मैथ्यू ने कहा कि जिन भी विभागों को आडिट की जरूरत है वह आडिट के लिए चुनी गई एकल कंपनी को इसके बारे में बता सकते हैं।
चुनी गई कंपनी विभिन्न एजेंसियों की विशेष जरूरत के हिसाब से रिपोर्ट जारी कर सकती है। सीओएआई ने यह राय ऐसे समय दी है जबकि दूरसंचार विभाग निजी क्षेत्र की दूरसंचार कंपनियों के 2011-12 से 2017-18 की अवधि के लिए विशेष आडिट को चार से पांच आडिटरों की नियुक्ति की तैयारी कर रहा है। इस पूरी प्रक्रिया से जुड़े एक अधिकारी ने कहा कि इच्छुक आडिटरों द्वारा अपनी बोली 18 दिसंबर तक जमा कराई जा सकती है। ये आडिटर नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) के तहत होने चाहिए। आडिटरों की नियुक्ति माह के अंत तक की जाएगी।