Edited By ,Updated: 07 Mar, 2017 03:16 PM
सभी इंटरनैशनल एयरलाइंस से अब ट्रैवल एजेंट्स को करारा झटका लगने वाला है।
नई दिल्लीः सभी इंटरनैशनल एयरलाइंस से अब ट्रैवल एजेंट्स को करारा झटका लगने वाला है। क्योंकि ट्रैवल एजेंट्स के कमीशन में 3 फीसदी तक कटौती की जाएगी। यह कटौती 1 अप्रैल से लागू होगी। इस फैसले से छोटे एजेंट्स पर मार ज्यादा पड़ेगी और टिकट की कीमतों में भी बढ़ौतरी होगी। हाल में गल्फ करियर अमीरात ने ट्रैवल एजेंट्स को अपने इस कदम के बारे में जानकारी दी है।
बिजनस में बदलाव की जरुरत
एयलाइंस ने कहा, 'हमें पता है कि इस कदम से उनके बिजनस मॉडल में बदलाव की जरूरत होगी। हालांकि, हम उम्मीद करते हैं कि इससे हम एक साथ बेहतर और बड़ा बनकर उभरेंगे।' एविएशन इंडस्ट्री की ग्लोबल लॉबीइंग बॉडी- इंटरनैशनल एयर ट्रांसपोर्ट असोसिएशन (आईएटीए) के जरिए कमीशन का रेग्युलेशन होता है।
टिकटों की कीमतों में बढ़ौतरी
भारत के आईएटीए मेंबर्स जेट एयरवेज और एयर इंडिया समेत ज्यादातर एयरलाइंस ने हाल के महीने में एजेंट्स को कमीशन में कटौती के बारे में बताया है। ट्रैवल एजेंट्स ने बताया कि इस कदम से टिकटों की कीमतों में बढ़ौतरी होगी। ट्रैवल एजेंट्स असोसिएशन ऑफ इंडिया के प्रेजिडेंट सुनील कुमार ने बताया, 'एजेंट को अब कम कमीशन मिलेगा। वे पहले ही काफी कम मार्जिन पर काम कर रहे हैं। उनके पास यात्रियों से ज्यादा चार्ज वसूलने के सिवा कोई विकल्प नहीं होगा। इससे कीमतों में बढ़ौतरी होगी।'
एजेंट्स का कमीशन परफॉर्मेंस से लिंक
पिछले कुछ साल में एयरलाइंस लगातार एजेंट्स का कमीशन कम कर रही हैं। दरअसल, एयरलाइंस ने एजेंट्स का कमीशन उनके परफॉर्मेंस से लिंक कर दिया गया है। परफॉर्मेंस लिंक्ड इन्सेंटिव तकरीबन 2 फीसदी है, जो एजेंट्स को तय कमीशन के अलावा दिया जाता है। आईएटीए के रेग्युलेशन के मुताबिक, साल 2000 तक ट्रैवल एजेंट्स को 9 फीसदी कमीशन दिया जाता था। साल 2001 से इसे घटाकर 7 फीसदी कर दिया गया, जबकि मई 2005 में इसे और कम कर 5 फीसदी कर दिया गया।