Edited By ,Updated: 05 Mar, 2016 06:10 PM
एक रिपोर्ट के अनुसार गुजरात स्थित अडानी ग्रुप पूर्व कांग्रेस सांसद नवीन जिंदल की जिंदल स्टील एंड पावर लिमिटेड को 18,000 से 20,000 करोड़ रुपए में खरीदने के लिए बात कर रहा है।
नई दिल्ली: एक रिपोर्ट के अनुसार गुजरात स्थित अडानी ग्रुप पूर्व कांग्रेस सांसद नवीन जिंदल की जिंदल स्टील एंड पावर लिमिटेड को 18,000 से 20,000 करोड़ रुपए में खरीदने के लिए बात कर रहा है। यदि यह सौदा सिरे चढ़ता है तो घरेलू ऊर्जा क्षेत्र में यह अब तक का सबसे बड़ा लेन-देन हो सकता है। इस मामले से जुड़े सूत्रों ने बताया कि ऊर्जा निर्माण करने वाली इकाई की बिक्री से प्राप्त राशि का बड़ा हिस्सा ग्रुप की स्टील इकाई के ऋण को चुकाने में इस्तेमाल किया जाएगा।
मार्च 2015 के अंत तक जिंदल ग्रुप का समेकित ऋण 45,500 करोड़ रुपए था और सौदा सफल होने पर ऋण लगभग आधा करने में मदद मिलेगी। एक सूत्र ने बताया कि जिंदल पावर की स्थापित क्षमता 3,400 मैगावाट की है और इसका कुल दीर्घकालिक ऋण लगभग 5,120 करोड़़ रुपए है। कोयले की कमी, प्राप्तियों में हो रही गिरावट तथा हाल ही में जारी परियोजनाओं का उचित उपयोग न होने से जिंदल ग्रुप के इस्पात तथा ऊर्जा व्यवसाय का लाभ प्रभावित हुआ है।
सूत्र ने बताया कि ऋण को एडजस्ट करने के बाद भी सौदे से शुद्ध प्राप्तियां बढ़कर 13,000 करोड़ रुपए हो जाएंगी जिससे जे.एल. पी.एल. को अपने ऋण को 20,000 से 21,000 करोड़ रुपए तक के प्रबंधनीय स्तर तक लाने में मदद मिलेगी। इस सौदे से जिंदल की 3400 मैगावाट की क्षमता हासिल होने से अडानी पावर की स्थापित क्षमता तेजी से बढ़कर 13,880 मैगावाट पर पहुंच जाएगी। अडानी पावर का लक्ष्य 2020 तक अपनी स्थापित क्षमता 20,000 मैगावाट तक पहुंचाने का है।