Edited By Supreet Kaur,Updated: 10 Apr, 2018 03:03 PM
गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड्स (ईटीएफ) से निवेशकों का बाहर निकलना जारी है। वित्त वर्ष 2017-18 में निवेशकों ने गोल्ड ईटीएफ से 835 करोड़ रुपए और निकाले। इस तरह यह लगातार पांचवां वित्त वर्ष रहा जबकि गोल्ड ईटीएफ में कुल मिला कर निवेश से ज्यादा निकासी हुई...
नई दिल्लीः गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड्स (ईटीएफ) से निवेशकों का बाहर निकलना जारी है। वित्त वर्ष 2017-18 में निवेशकों ने गोल्ड ईटीएफ से 835 करोड़ रुपए और निकाले। इस तरह यह लगातार पांचवां वित्त वर्ष रहा जबकि गोल्ड ईटीएफ में कुल मिला कर निवेश से ज्यादा निकासी हुई है।
एसोसिएशन आफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (एम्फ) के ताजा आंकड़ों के अनुसार हालिया समाप्त वित्त वर्षा में स्वर्ण कोषों के प्रबंधन के तहत परिसंपत्तियां (एयूएम) 12 प्रतशत घट गईं। फंड्सइंडिया. कॉम की म्यूचुअल फंड रिसर्च प्रमुख विद्या बाला ने कहा कि कुछेक महीनों को छोड़ दिया जाए, तो फरवरी 2013 से भारत में गोल्ड ईटीएफ में प्रवाह गिरा है। इसके अलावा निवेशक अब परंपरागत संपत्ति वर्ग मसलन रियल एस्टेट और सोने से वित्तीय संपत्तियां मसलन शेयरों की ओर रुख कर रहे हैं। पिछले पांच साल के दौरान गोल्ड ईटीएफ में कारोबार सुस्त रहा है।
वित्त वर्ष 2016-17 में इससे 775 करोड़ रुपए की शुद्ध निकासी हुई। 2015-16 में इससे 903 करोड़ रुपए, 2014-15 में 1,475 करोड़ रुपए और 2013-14 में 2,293 करोड़ रुपए की निकासी हुई थी। हालांकि, 2012-13 में इसमें 1,414 करोड़ रुपए का शुद्ध निवेश हुआ था।