Edited By jyoti choudhary,Updated: 10 Jun, 2020 05:41 PM
कोरोना संकट की वजह से कई कंपनियों पर तगड़ी आर्थिक मार पड़ी है। एविएशन सेक्टर को कोरोना वायरस लॉकडाउन से बड़ा झटका लगा है। दुनिया भर की एयरलाइंस कंपनियों ने छंटनी करनी शुरू कर दी है।
नई दिल्लीः कोरोना संकट की वजह से कई कंपनियों पर तगड़ी आर्थिक मार पड़ी है। एविएशन सेक्टर को कोरोना वायरस लॉकडाउन से बड़ा झटका लगा है। दुनिया भर की एयरलाइंस कंपनियों ने छंटनी करनी शुरू कर दी है। दुबई की एमिरेट्स एयलाइंस (Emirates airline) कंपनी ने एक दिन में कुल 600 पायलटों की छंटनी कर दी है। इन छंटनी किए गए पॉयलट्स में भारत के पायलट भी शामिल हैं जो कि हाल ही इंडिगो का साथ छोड़कर इस कंपनी के साथ जुड़े थे। एविएशन सेक्टर में इसे सबसे बड़ी छंटनी माना जा रहा है।
ताजा आंकड़ों के मुताबिक, 792 पॉयलटों को बाहर कर दिया गया है। एयरलाइन ने 31 मई से ही कर्मचारियों की छंटनी शुरू कर दी थी, जब उसने 180 पायलटों को बाहर का रास्ता दिखा दिया था।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, 9 जून को फायर किए ज्यादातर पायलट ऑफिसर थे जो A380 टाइप रेटिंग के लिए प्रशिक्षण में शामिल थे। ये सभी पायलट प्रोबेशन पीरियड पर थे। एक सीनियर अधिकारी के मुताबिक, 9 जून को फायर किए गए ज्यादातर पायलटों ने A380 को उड़ाया है।
निकाले गए कर्मचारियों के लिए काम करने का अंतिम दिन 15 जून होगा। इन्हें मेडिकल बेनिफिट्स मिलते रहेंगे। एक रिपोर्ट में पहले कहा गया था कि कंपनी करीब 30 फीसदी कर्मचारियों की छंटनी करेगी, जिसमें क्रू मेंबर और पायलट शामिल हैं।
कोरोना वायरस महामारी के चलते कंपनी का बिजनेस प्रभावित हुआ। एमिरेट्स एयरलाइन कंपनी अपनी बेहतर सर्विस के लिए जानी जाती है। कोरोना वायरस प्रकोप के चलते कंपनी अपनी कुछ फ्लीट को रिटायर करने की योजना बना रही है।