Edited By jyoti choudhary,Updated: 22 Mar, 2020 04:49 PM
कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के बीच भारतीय बैंक संघ (आईबीए) ने लोगों से नोट अथवा सिक्कों का लेनदेन करने के बाद हाथ धोने की अपील की है। आईबीए ने ग्राहकों से कहा है कि जहां तक संभव हो लेनदेन के लिए ऑनलाइन और मोबाइल बैंकिंग माध्यमों का उपयोग करें
मुंबईः कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के बीच भारतीय बैंक संघ (आईबीए) ने लोगों से नोट अथवा सिक्कों का लेनदेन करने के बाद हाथ धोने की अपील की है। आईबीए ने ग्राहकों से कहा है कि जहां तक संभव हो लेनदेन के लिए ऑनलाइन और मोबाइल बैंकिंग माध्यमों का उपयोग करें और बैंक शाखाओं में जाने से बचें। आईबीए ने कहा है कि ऐसा नहीं करने पर बैंकों के ग्राहकों को सीधे सेवाएं देने वाले कर्मचारियों के लिए जोखिम पैदा हो सकता है।
आईबीए ने एक सार्वजनिक अपील में कहा, प्रत्यक्ष बैंकिंग लेनदेन, करेंसी काउंट, आधार आधारित भुगतान प्रणाली से लेनदेन करने के पहले और बाद में कम से कम 20 सैकेंड के लिए अपने हाथों को साबुन से धोएं। भारतीय बैंक संघ ने इसके लिए 'कोरोना से डरो ना, डिजिटल करो ना' नारे के साथ एक अभियान शुरू किया है। बैंक संघ जनता को क्रेडिट और डेबिट कार्ड के इस्तेमाल को बढ़ावा देने को लेकर प्रोत्साहित कर रहा है।
आईबीए ने आश्वासन देते हुए कहा कि उसके सभी सदस्य बैंक लगातार बाधा रहित बैंक सेवाए उपलब्ध कराते रहेंगे। इसके साथ ही उसने ग्राहकों से भी अपील की है कि जरूरी होने पर ही बैंक शाखाओं में जाएं। संघ ने कहा, ‘‘हमारे कर्मचारी भी उसी तरह की चुनौती का सामना कर रहे हैं जैसी कि आप सभी लोगों के समक्ष आ रही है। इसलिए हमें आपकी भी मदद की जरूरत है।'' उसने यह भी कहा है कि सभी गैर-जरूरी बैंकिंग सेवाएं, इंटरनेट बैंकिग, मोबाइल बैंकिंग और आटीजीएस और नेफ्ट जैसे इलेक्ट्रानिक भुगतान विकल्पों का लाभ उठाया जा सकता है।
अपील में कहा गया है, ‘‘हम इसके लिए रात दिन काम कर रहे हैं कि हमारी सभी डिजिटल सेवाएं और चैनल पूरी तरह अपडेट हों और उनमें वह सभी योजनाएं उपलब्ध हों जो आपको चाहिए।'' आईबीए ने बैंकों से भी कहा है कि वह कर्ज देने के लिए भी डिजिटल पलेटफार्म का इस्तेमाल करें।