Edited By jyoti choudhary,Updated: 28 Feb, 2020 12:21 PM
स्वदेशी साख निर्धारक कंपनी इक्रा ने भारतीय विमानन क्षेत्र का परिदृश्य ‘ऋणात्मक’ बनाए रखा है तथा कहा है कि चीन तथा अन्य देशों में फैले कोरोना वायरस ‘कोविड-19’ के कारण इस सैक्टर की मुश्किलें और बढ़ेंगी।
नई दिल्लीः स्वदेशी साख निर्धारक कंपनी इक्रा ने भारतीय विमानन क्षेत्र का परिदृश्य ‘ऋणात्मक’ बनाए रखा है तथा कहा है कि चीन तथा अन्य देशों में फैले कोरोना वायरस ‘कोविड-19’ के कारण इस सैक्टर की मुश्किलें और बढ़ेंगी।
कंपनी ने बताया कि यदि दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों को जाने वाली सभी उड़ानें रद्द करनी पड़ती हैं तो अंतर्राष्ट्रीय मार्गों पर भारतीय विमान सेवा कंपनियों को यात्रियों की संख्या में 19 से 24 प्रतिशत तक का नुक्सान हो सकता है। हालांकि विमान ईंधन सस्ता होने से कंपनियों के राजस्व नुक्सान के एक हिस्से की भरपाई हो जाएगी लेकिन यह पर्याप्त नहीं होगा। उसने घरेलू विमानन क्षेत्र का परिदृश्य ‘ऋणात्मक’ बनाए रखा है।
इक्रा के उपाध्यक्ष किंजल शाह ने कहा कि यह भारतीय विमानन उद्योग के लिए नकारात्मक संकेत है जो पहले से ही दबाव में है। चालू वित्त वर्ष के पहले 9 महीने में दिसम्बर तक देश के अंतर्राष्ट्रीय हवाई यात्री परिवहन में 8.4 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की जा चुकी है। कोरोना वायरस का संक्रमण फैलने के बाद इसमें और गिरावट की आशंका है।