महंगे होंगे कपड़े-फुटवियर और खाने का समान, 5% GST दर को बढ़ा सकती है सरकार

Edited By Supreet Kaur,Updated: 07 Dec, 2019 09:53 AM

cost of clothes footwear and food will be expensive

रोजमर्रा की जरूरत वाले सामानों के महंगे होने की संभावना है। इन सामानों में बेसिक क्लोथिंग, फुटवियर और फूड आइटम्स शामिल हैं। दरअसल जीएसटी काऊंसिल जीएसटी (गुड्स एंड सर्विस टैक्स) की सबसे निचली दर में करने के बारे में सोच रही है। 5 प्रतिशत ...

नई दिल्लीः रोजमर्रा की जरूरत वाले सामानों के महंगे होने की संभावना है। इन सामानों में बेसिक क्लोथिंग, फुटवियर और फूड आइटम्स शामिल हैं। दरअसल जीएसटी काऊंसिल जीएसटी (गुड्स एंड सर्विस टैक्स) की सबसे निचली दर में करने के बारे में सोच रही है। 5 प्रतिशत की दर को बढ़ाकर 6 प्रतिशत किया जा सकता है। इससे सरकार को हर महीने 1000 करोड़ रुपए का अतिरिक्त रैवेन्यू मिलने की उम्मीद है।
PunjabKesari
GST कलैक्शन में होगी बढ़ौतरी
वित्त मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक अगर इस दर को बढ़ाया जाता है तो सरकार एक महीने में 1 लाख करोड़ रुपए का जीएसटी कलैक्शन कर पाएगी। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक 5 प्रतिशत का टैक्स स्लैब जीएसटी कलैक्शन में 5 प्रतिशत का योगदान करता है। सरकार का लक्ष्य हर महीने तकरीबन 1.18 लाख करोड़ रुपए का जीएसटी कलैक्शन करने का है।
PunjabKesari
जीएसटी के दायरे में आ सकते हैं कई उत्पाद 
इसके अतिरिक्त पैनल सिगरेट और ऐरेटिड ड्रिंक्स के लिए कम्पैनसेशन सैस रेट में बढ़ौतरी करने के बारे में सोच रही है। साथ ही जीएसटी के दायरे से बाहर रहने वाले उत्पादों पर भी टैक्स लगाने की योजना है। इन उत्पादों में दही, छाछ, सोयाबीन, प्रकाशित किताबें, जूट के रेशे और कॉफी बीन्स शामिल हैं, जिन पर जीएसटी लागू होने से पहले 6 प्रतिशत का टैक्स लगता था। सरकार ने ऐसे कारोबारियों के लिए जीएसटी इनपुट टैक्स क्रैडिट को रोकने का सुझाव दिया है जिन्होंने 2 महीनों से रिटर्न दाखिल नहीं किया है।
PunjabKesari

Related Story

India

397/4

50.0

New Zealand

327/10

48.5

India win by 70 runs

RR 7.94
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!