Edited By jyoti choudhary,Updated: 16 Aug, 2022 06:14 PM
दुनिया में तेल की कीमतें 2024 तक 70 डॉलर प्रति बैरल पर आने का अनुमान है। मूडीज एनालिटिक्स ने एशिया पैसिफिक (एपीएसी) रीजन पर हाल में जारी अपनी रिपोर्ट में यह बात कही है। यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद जून में तेल की कीमतें बढ़कर 120 डॉलर
नई दिल्लीः दुनिया में तेल की कीमतें 2024 तक 70 डॉलर प्रति बैरल पर आने का अनुमान है। मूडीज एनालिटिक्स ने एशिया पैसिफिक (एपीएसी) रीजन पर हाल में जारी अपनी रिपोर्ट में यह बात कही है। यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद जून में तेल की कीमतें बढ़कर 120 डॉलर तक पहुंचने और फिर अगस्त में गिरकर 100 डॉलर पर आने का उल्लेख करते हुए मूडीज ने कहा, “यह ट्रेंड जारी रहेगा। हम अगले साल के अंत तक क्रूड की कीमतें 70 डॉलर प्रति बैरल तक गिरने की उम्मीद करते हैं।”
सिंगापुर-हॉन्गकॉन्ग पर घटेगा कीमतों का दबाव
मूडीज एनालिटिक्स ने कहा, इससे एपीएसी रीजन के बड़े तेल आयातकों देश विशेष रूप से सिंगापुर और हॉन्गकॉन्ग पर कीमतों का दबाव कम होगा। मूडीज के मुताबिक, तेल की कीमतों में बढ़ोतरी का असर एपीएसी रीजन पर अलग-अलग रहा है। रिपोर्ट के मुताबिक, “थाईलैंड, जापान, दक्षिण कोरिया और सिंगापुर जैसे एनर्जी इम्पोर्टर्स के लिए घरों का एनर्जी बिल खासा बढ़ गया है लेकिन इंडोनेशिया, मलेशिया और ऑस्ट्रेलिया जैसे क्षेत्र के प्रमुख एनर्जी एक्सपोर्टर्स देशों में घरों को मदद मिली है।” हालांकि, कोयला और नेचुरल गैस की कीमतें खासी ज्यादा बनी रही हैं।
भारत पर कीमतें बढ़ने का हुआ है असर
जापान, दक्षिण कोरिया, ताइवान और चीन सहित एपीएसी रीजन के बड़े लिक्विफाइड नेचुरल गैस इम्पोर्टर्स विशेष रूप से कीमतों को लेकर ज्यादा संवेदनशील रहे हैं। इसी तरह, भारत, पाकिस्तान और वियतनाम जैसे बड़े इम्पोर्टर्स कोयले की कीमतें बढ़ने के साथ ज्यादा भुगतान कर रहे हैं।