Edited By Supreet Kaur,Updated: 14 Sep, 2018 09:47 AM
अमरीका में कच्चे तेल के भंडार में कमी आने के बावजूद विदेशी बाजार में आज कच्चे तेल के दाम में थोड़ी नरमी आई मगर भारत में एक बार फिर पैट्रोल और डीजल की कीमतों में वृद्धि हो गई। तेल बाजार के जानकारों के अनुसार तेल उत्पादक देशों के समूह ओपेक ........
नई दिल्लीः अमरीका में कच्चे तेल के भंडार में कमी आने के बावजूद विदेशी बाजार में आज कच्चे तेल के दाम में थोड़ी नरमी आई मगर भारत में एक बार फिर पैट्रोल और डीजल की कीमतों में वृद्धि हो गई। तेल बाजार के जानकारों के अनुसार तेल उत्पादक देशों के समूह ओपेक द्वारा अगले साल तेल की मांग कमजोर रहने की आशंका जताने के चलते कीमतों में नरमी आई है, मगर यह नरमी जारी रहने की संभावना कम है।
जानकारों की मानें तो अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम में तेजी या नरमी का असर पैट्रोल या डीजल की कीमतों पर करीब 2 सप्ताह बाद दिखता है। कच्चा तेल बुधवार को मई के बाद के सबसे ऊंचे स्तर पर चला गया था जो आगे आपूर्ति कम रहने की संभावनाओं से प्रेरित था। ऊर्जा विशेषज्ञ नरेंद्र तनेजा के अनुसार वैश्विक स्तर पर उथल-पुथल रहने के कारण ओपेक की ओर से आशंका जताई गई है कि अगले साल तेल की मांग कम रह सकती है इसलिए कीमतों में थोड़ी कमजोरी आई है।
ब्रेंट क्रूड का नवम्बर वायदा आज इंटरकॉन्टिनैंटल एक्सचेंज पर 0.58 प्रतिशत की कमजोरी के साथ 79.28 डॉलर प्रति बैरल पर बना हुआ था। इससे पहले बुधवार को ब्रेंट क्रूड 80 डॉलर प्रति बैरल से ऊपर चला गया था। अमरीकी लाइट क्रूड वैस्ट टैक्सास इंटरमीडिएट यानी डब्ल्यू.टी.आई. 0.67 प्रतिशत की नरमी के साथ 69.90 डॉलर प्रति बैरल पर बना हुआ था। इससे पहले डब्ल्यू.टी.आई. बुधवार को 70 डॉलर के पार चला गया था। घरेलू वायदा बाजार मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज पर सितम्बर डिलीवरी कच्चा तेल वायदा बुधवार को 31 रुपए यानी 0.61 प्रतिशत की बढ़त के साथ 5,075 डॉलर प्रति बैरल पर बंद हुआ, जबकि दैनिक कारोबार के दौरान वायदे में 5,140 रुपए प्रति बैरल का उछाल आया।