Edited By Supreet Kaur,Updated: 25 Jul, 2019 01:42 PM
दिल्ली के सर्राफा बाजार में 5 जुलाई के बाद से नया सिस्टम प्रचलित हो गया है जिसके तहत ग्राहक सोना खरीदने पर बिल नहीं ले रहे हैं। जानकारी के मुताबिक दुकानदार से बिल नहीं मांगने पर ग्राहक को प्रति 10 ग्राम पर 1500 रुपए का फायदा होगा। इसका मतलब अगर सोने...
नई दिल्लीः दिल्ली के सर्राफा बाजार में 5 जुलाई के बाद से नया सिस्टम प्रचलित हो गया है जिसके तहत ग्राहक सोना खरीदने पर बिल नहीं ले रहे हैं। जानकारी के मुताबिक दुकानदार से बिल नहीं मांगने पर ग्राहक को प्रति 10 ग्राम पर 1500 रुपए का फायदा होगा। इसका मतलब अगर सोने की कीमत 35000 रुपए प्रति 10 ग्राम चल रही है और तो बिना बिल के खरीदारी करने पर यह कीमत 33,500 रुपए प्रति 10 ग्राम होगी।
सोने पर 3 फीसदी जीएसटी
सर्राफा कारोबारियों के अनुसार सोने की खरीदारी लोग अपने पुराने एवं विश्वासी ज्वैलर्स से ही करते हैं, इसलिए वे बिल के चक्कर में नहीं पड़ते। ग्राहकों को यह पता होता है कि कोई दिक्कत होगी तो वे ज्वैलर्स के पास आसानी से आ सकते हैं। 5 जुलाई को आम बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोना पर आयात शुल्क 10 फीसदी से बढ़ाकर 12.5 फीसदी करने का ऐलान किया। इसके साथ ही सोने पर 3 फीसदी जीएसटी भी लगता है। यानी कि बिना बिल के खरीदारी करने पर 5.5 फीसदी की बचत होती है। एक लाख रुपए के सोने या जेवर खरीदने पर 5500 रुपए की बचत होती है। कारोबारियों ने बताया कि अधिकतर ग्राहक पुराने जान-पहचान वाले ही होते हैं तो उन्हें वे आसानी से बता देते हैं कि बिना बिल के खरीदने पर उन्हें फायदा होगा।