Edited By jyoti choudhary,Updated: 31 Mar, 2021 11:34 AM
टाटा समूह के पूर्व चेयरमैन सायरस मिस्त्री ने कहा कि अल्पांश शेयरधारक के रूप में वह सुप्रीम कोर्ट के फैसले से निराश हैं लेकिन उनकी अंतरात्मा साफ है। मिस्त्री टाटा समूह के साथ सुप्रीम कोर्ट में लंबी कानूनी लड़ाई हार गए हैं।
बिजनेस डेस्कः टाटा समूह के पूर्व चेयरमैन सायरस मिस्त्री ने कहा कि अल्पांश शेयरधारक के रूप में वह सुप्रीम कोर्ट के फैसले से निराश हैं लेकिन उनकी अंतरात्मा साफ है। मिस्त्री टाटा समूह के साथ सुप्रीम कोर्ट में लंबी कानूनी लड़ाई हार गए हैं।
उन्होंने कहा, मुझमें कई कमियां हो सकती हैं लेकिन समूह के लिए मैंने जो दिशा चुनी थी, उसे लेकर कोई संदेह नहीं है। मैंने ईमानदारी से काम किया। हालांकि, उन्होंने समूह में अपनी 18.37 फीसदी हिस्सेदारी को लेकर अगले कदम का जिक्र नहीं किया। मिस्त्री ने कहा, उन्हें समूह का चेयरमैन बनने का मौका मिला।
पहले दिन से ही सुनिश्चित करने का प्रयास किया कि विभिन्न निदेशक मंडलों के निदेशक बिना भय और पक्षपात दायित्वों का निर्वहन करें। साथ ही यह भी सुनिश्चित करें कि रणनीति व कार्रवाई में शेयरधारकों की राय शामिल हो। सुप्रीम कोर्ट ने 26 मार्च को एनसीएलएटी के मिस्त्री को टाटा समूह का चेयरमैन बहाल करने के फैसले को खारिज कर दिया था।