Edited By Punjab Kesari,Updated: 19 Sep, 2017 04:20 PM
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (पी.एम.ई.जी.पी.) विभिन्न स्तरों ...
नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (पी.एम.ई.जी.पी.) विभिन्न स्तरों पर ऋण आवंटन में देरी का शिकार हो गया है। यह बात सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग मंत्रालय द्वारा कराए गए अध्ययन में सामने आई है। यह अध्ययन मैनेजमेंट डेवलपमेंट इंस्टीट्यूट, गुरुग्राम ने किया है। इस अध्ययन का लक्ष्य इस कार्यक्रम के प्रभाव का आकलन करना था साथ ही यह पता करना कि इसमें क्या परेशानियां आ रही हैं।
अध्ययन में सुझाव दिया गया है कि आधार के साथ इसका जुड़ाव करने से प्रशिक्षु की पहचान एवं प्रगति को प्रमाणित किया जा सकेगा। साथ ही कई समस्याओं को भी सामने रखा गया है जैसे कि ऋण के लिए परस्पर पूछताछ, भौतिक रुप से परीक्षण और मार्जिन धन का समायोजन करना इत्यादि। अध्ययन में सुझाव दिया गया है कि क्षेत्राधिकारियों की उपलब्धता बढ़ाने से इसमें मदद मिलेगी क्योंकि वह एजेंसी और लाभार्थी के बीच कड़ी का काम करते हैं।