Edited By Punjab Kesari,Updated: 09 Mar, 2018 11:39 AM
पंजाब नैशनल स्कैम (पी.एन.बी.) घोटाले से ग्राहकों का विश्वास डगमगा गया है। जड़ी हुई और प्लेन जूलरी मांग में 15-20 फीसदी तक की कमी आई है। इसकी सबसे बड़ी वजह नीरव मोदी को माना जा रहा है। जूलरी ट्रेड से जुड़े लोगों का कहना है
कोलकाताः पंजाब नैशनल स्कैम (पी.एन.बी.) घोटाले से ग्राहकों का विश्वास डगमगा गया है। जड़ी हुई और प्लेन जूलरी मांग में 15-20 फीसदी तक की कमी आई है। इसकी सबसे बड़ी वजह नीरव मोदी को माना जा रहा है। जूलरी ट्रेड से जुड़े लोगों का कहना है कि करोड़ों के बैंकिंग फ्रॉड की वजह से ऐसा हुआ है।
व्यापारियों का कहना है कि जनवरी से देश में सोने की हॉलमार्किंग अनिवार्य नहीं की गई है जिस वजह से ग्राहक शुद्धता को लेकर जूलरी की खरीदारी करने से कतरा रहे हैं। इस बारे में ऑल इंडिया जेम और जूलरी ट्रेड फेडरेशन (जीजेएफ) के चेयरमैन नितिन खंडेलवाल ने कहा, ‘ऐसी खबरें आई हैं कि गीतांजलि ग्रुप असली हीरों की जगह सिंथेटिक हीरे बेच रहा था। इससे ग्राहकों के मन में जूलरी की क्वॉलिटी को लेकर शक गहरा हो गया है।' भारत में गोल्ड जूलरी का बाजार करीब 3 लाख करोड़ का है।
कुछ ट्रेडर्स ने कहा कि गोल्ड की कीमत बढ़ने की वजह से भी इसकी मांग कम हुई है। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में गोल्ड की स्पॉट प्राइस गुरुवार को 0.2 फीसदी बढ़कर 1,328.81 डॉलर (लगभग 86,300 रुपए) प्रति औंस चल रही थी। बुधवार को गोल्ड 1,340.42 (लगभग 87,100 रुपए) डॉलर तक चला गया था, जो हफ्ते भर में इसकी सबसे अधिक कीमत थी।