Edited By jyoti choudhary,Updated: 18 Sep, 2018 01:59 PM
सरकारी क्षेत्र के 3 बैंक देना बैंक, विजया बैंक, बैंक आफ बड़ौदा का विलय होगा। वित्त मंत्री अरुण जेतली ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि तीनों बैंकों के मर्जर से एक मेगा बैंक बनेगा।
नई दिल्लीः सरकारी क्षेत्र के 3 बैंक देना बैंक, विजया बैंक और बैंक आफ बड़ौदा का विलय होगा। वित्त मंत्री अरुण जेतली ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि तीनों बैंकों के मर्जर से एक मेगा बैंक बनेगा। इससे पहले, एसबीआई में 5 बैंकों का विलय हो चुका है।
जेतली ने बताया कि कर्ज देने की क्षमता को बेहतर बनाने और सरकारी बैंकों की क्षमता बढ़ाने के लिए सरकार ने यह फैसला किया है। तीनों बैंकों के मर्जर से किसी को घबराने की जरूरत नहीं है। मौजूदा सेवा-शर्तों के तहत किसी भी कर्मचारी पर इसका गलत असर नहीं होगा। सभी बैंकों पर सबसे बेहतर सेवा शर्तें लागू होंगी।
बैंक बोर्ड तुरंत ही इस बारे में बैठक करेंगे और इस प्रक्रिया पर बात करेंगे। बोर्ड के निर्णय के बाद बैंकों के मर्जर पर एक स्कीम बनेगी। उसके बाद आगे की प्रक्रिया होगी। अभी इसकी कोई समय सीमा तय नहीं है।
देश का तीसरा सबसे बड़ा बैंक
इससे पहले, फाइनेंशियल सर्विसेस सेक्रेटरी राजीव कुमार ने बताया कि सरकार ने देना बैंक, विजया बैंक और बैंक आॅफ बड़ौदा के मर्जर का फैसला किया है। तीनों बैंकों के मर्जर से देश का तीसरा सबसे बड़ा बैंक बनेगा।
बैंकों का बोर्ड करेगा फैसला
वित्त मंत्री ने बताया कि सरकार के अपने आकलन के आधार पर बैंकों के मर्जर का फैसला किया है। हम सभी बैंकों को बचाना चाहते हैं और उन्हें मजबूत पहचान देना चाहते हैं। कमजोर बैंकों का मजबूत बैंकों के साथ मर्जर करने का फैसला किया गया है। इन सुझावों पर बैंकों का बोर्ड अपना फैसला करेगा।