Edited By jyoti choudhary,Updated: 23 Nov, 2024 11:27 AM
सर्दियों की शुरुआत के साथ ही उत्तर भारत में कम विजिबिलिटी के कारण ट्रेन और फ्लाइट्स में देरी आम हो जाती है। अब डायरेक्टरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA) ने यात्रियों की इन समस्याओं को कम करने के लिए एयरलाइंस पर सख्ती बढ़ा दी है। फ्लाइट डिले (Delayed...
बिजनेस डेस्कः सर्दियों की शुरुआत के साथ ही उत्तर भारत में कम विजिबिलिटी के कारण ट्रेन और फ्लाइट्स में देरी आम हो जाती है। अब डायरेक्टरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA) ने यात्रियों की इन समस्याओं को कम करने के लिए एयरलाइंस पर सख्ती बढ़ा दी है। फ्लाइट डिले (Delayed Flight) की स्थिति में यात्रियों को सुविधाएं प्रदान करना अनिवार्य कर दिया गया है।
DGCA के नए दिशा-निर्देश
केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने शुक्रवार को DGCA के निर्णय की जानकारी साझा की। निर्देशों के अनुसार:
- दो घंटे तक देरी: यात्रियों को पीने का पानी उपलब्ध कराना अनिवार्य।
- दो से चार घंटे तक देरी: चाय, कॉफी और स्नैक्स/रिफ्रेशमेंट प्रदान करना होगा।
- चार घंटे से अधिक देरी: यात्रियों को भोजन (Meal) उपलब्ध कराना होगा।
BCAS की नई व्यवस्था
नागरिक उड्डयन सुरक्षा ब्यूरो (BCAS) ने यात्रियों के लिए एक और बड़ी सुविधा दी है।
- यदि तकनीकी कारणों या खराब मौसम के कारण फ्लाइट में देरी होती है, तो यात्रियों को विमान में बैठे रहने की बाध्यता नहीं होगी।
- वे एयरपोर्ट पर आराम से इंतजार कर सकते हैं और फ्लाइट तैयार होने पर दोबारा विमान में चढ़ सकेंगे।
- इस प्रक्रिया को लागू करने के लिए संबंधित अधिकारियों के साथ ड्रिल की जा रही है।
यात्रियों के अनुभव को बेहतर बनाने की पहल
नागरिक उड्डयन मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि ये प्रावधान यात्रियों की बुनियादी जरूरतों को पूरा करने और लंबे इंतजार के दौरान उनके अनुभव को बेहतर बनाने के लिए किए गए हैं।
- सर्दियों के दौरान कोहरे के कारण फ्लाइट डिले आम समस्या है, खासतौर पर दिल्ली हवाई अड्डे पर।
- अब यात्रियों को विमान के अंदर घंटों बैठने की समस्या से छुटकारा मिलेगा।