Edited By Punjab Kesari,Updated: 24 Sep, 2017 05:40 PM
सार्वजनिक विमानन कंपनी एयरइंडिया ने नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) से आग्रह किया है कि ‘ब्रीथ एनलाइजर टेस्ट’ मामले में
नई दिल्लीः सार्वजनिक विमानन कंपनी एयरइंडिया ने नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) से आग्रह किया है कि ‘ब्रीथ एनलाइजर टेस्ट’ मामले में उसके पायलटों व चालक दल सदस्यों के प्रति नरम रुख अपनाया जाए। एयर इंडिया के प्रमुख राजीव बंसल ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि उक्त पायलट व चालक दल सदस्यों की मंशा नियमों के उल्लंघन की नहीं रही। उल्लेखनीय है कि यह टेस्ट नहीं करवाने के लिए एयर इंडिया के 400 से अधिक पायलट व चालक दल सदस्य डी.जी.सी.ए. के जांच दायरे में है। डी.जी.सी.ए. ने पाया है कि कंपनी के 132 पायलट व चालक दल के 434 सदस्य उड़ान से पूर्व व उड़ान के बाद के अनिवार्य मदिरापान टेस्ट से बचते रहे यानी उन्होंने यह जांच नहीं करवाई।
उक्त चालकों के खिलाफ कार्रवाई का फैसला नागर विमानन मंत्रालय से विचार विमर्श के बाद ही किया जाएगा। बंसल ने पीटीआई भाषा से कहा कि उड़ान के आखिर में ब्रीथ एनालाइजर टेस्ट का किसी तरह का उल्लंघन नहीं हुआ। हमने माफी मांगी है और डीजीसीएस को आश्वस्त किया है कि इस मामले में नियमों का पूरी तरह से पालन करेंगे। एयर इंडिया के चेयरमैन व प्रबंध निदेशक बंसल ने जोर दिया? कि कंपनी की नियमों के उल्लंघन की कभी मंशा नहीं रही और न ही वह कभी ऐसा करेगी। उन्होंने कहा कि कंपनी सभी नियमों का पूर्ण अनुपालन सुनिश्चित करेगी।