Edited By Pardeep,Updated: 24 Dec, 2019 10:31 PM
नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने गोएयर के ए 320 नियो विमानों में 3000 घंटे से अधिक समय तक इस्तेमाल किए जा चुके सभी प्रैट एंड व्हिटनी इंजनों का निरीक्षण करने का मंगलवार को फैसला किया। यह निर्णय ऐसे समय में लिया गया है जब सोमवार को गुवाहाटी से...
नई दिल्लीः नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने गोएयर के ए 320 नियो विमानों में 3000 घंटे से अधिक समय तक इस्तेमाल किए जा चुके सभी प्रैट एंड व्हिटनी इंजनों का निरीक्षण करने का मंगलवार को फैसला किया। यह निर्णय ऐसे समय में लिया गया है जब सोमवार को गुवाहाटी से कोलकाता जा रहे गोएयर के ए 320 नियो विमान के पीडब्ल्यू इंजन में आसमान में तकनीकी गड़बड़ी हो गई थी।
इससे पहले, इंडिगो के ए 320 नियो परिवार के पीडब्ल्यू इंजनों में ऐसी घटनाएं सामने आ चुकी हैं और महानिदेशालय ने 28 अक्टूबर को उसे उन 16 पीडब्ल्यू इंजनों को 15 दिनों में बदलने का आदेश दिया था जिन्हें 3000 से अधिक घंटे तक उपयोग में लाया जा चुका है।
डीजीसीए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘ हम गोएयर के उन विमानों का निरीक्षण करेंगे जिनमें पीडब्ल्यू इंजन हैं और जिन्हें 3000 घंटे से अधिक समय तक उपयोग में लाया जा चुका है। निरीक्षण के बाद हम तय करेंगे कि इस मामले में क्या कार्रवाई करनी है।''