Edited By jyoti choudhary,Updated: 14 Dec, 2020 10:58 AM
संकटग्रस्त गैर-बैंकिंग वित्त कंपनी डीएचएफएल ने रविवार को कहा कि लेखा परीक्षक ग्रांट थॉर्टन ने कम मूल्यांकन, धोखाधड़ी और कुछ संस्थाओं को तरजीही व्यवहार के जरिए 1,052.32 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी का पता लगाया है। कंपनी दिवाला
नई दिल्लीः संकटग्रस्त गैर-बैंकिंग वित्त कंपनी डीएचएफएल ने रविवार को कहा कि लेखा परीक्षक ग्रांट थॉर्टन ने कम मूल्यांकन, धोखाधड़ी और कुछ संस्थाओं को तरजीही व्यवहार के जरिए 1,052.32 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी का पता लगाया है। कंपनी दिवाला एवं ऋण शोधन अक्षमता संहिता (आईबीसी) के तहत समाधान की प्रक्रिया से गुजर रही है।
कंपनी को अब एक प्रशासक के तहत चलाया जा रहा है और उसने इस साल की शुरुआत में ग्रांट थॉर्टन को लेखा जांच के लिए नियुक्त किया था। दीवान हाउसिंग फाइनेंस कंपनी लिमिटेड (डीएचएफएल) ने शेयर बाजार को बताया कि कंपनी के प्रशासक ने पेशेवर एजेंसी (ग्रांट थॉर्नटन) से अतिरिक्त रिपोर्ट प्राप्त की है, जिससे संकेत मिलते हैं कि कुछ लेन-देन की प्रकृति कम मूल्यांकन वाली, धोखाधड़ी भरी और तरजीही हैं।