Edited By jyoti choudhary,Updated: 06 Mar, 2021 04:34 PM
कोरोना काल में भारत सरकार और भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) देश में डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा दे रहे हैं। वहीं, देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक (SBI) की सब्सिडियरी एसबीआई पेमेंट्स और नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया
बिजनेस डेस्कः कोरोना काल में भारत सरकार और भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) देश में डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा दे रहे हैं। वहीं, देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक (SBI) की सब्सिडियरी एसबीआई पेमेंट्स और नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया यानी एनपीसीआई ने रूपे सॉफ्टपीओएस लॉन्च करने के लिए हाथ मिलाया है।
लाखों दुकानदारों को फायदा
रूपे सॉफ्टपीओएस जरिए दुकानदार अपने स्मार्टफोन के जरिए 5 हजार रुपए तक का कॉन्टैक्टलेस लेनदेन कर सकेंगे। इससे लाखों दुकानदारों को फायदा मिलेगा। इसके जरिए दुकानदार कॉन्टैक्टलेस अपने स्मार्टफोन पर ‘टैप एंड पे’ व्यवस्था के जरिए स्वीकार कर पाएंगे।
फोन बन जाएगा पेमेंट टर्मिनल
एसबीआई और एनपीसीआई ने शुक्रवार को संयुक्त बयान में कहा कि इस समाधान में नियर फील्ड कम्युनिकेशन (NFC) आधारित स्मार्टफोन को रिटेलरों के लिए अपने मर्चेंट पॉइंट ऑफ सेल टर्मिनलों में बदलने की क्षमता है।
SBI लॉन्च करेगी YONO Merchant App
वहीं, एसबीआई पेमेंट्स कारोबारियों को कम लागत वाली डिजिटल पेमेंट इंफ्रास्ट्रक्चर उपलब्ध कराने के लिए योनो मर्चेंट ऐप (YONO Merchant App) पेश करने वाली है। बैंक ने हाल ही में यह जानकारी दी थी। योनो मर्चेंट ऐप एक सॉफ्ट पीओएस सॉल्यूशन के रूप में कार्य करेगा। इसके लिए एसबीआई पेमेंट्स ने ग्लोबल पेमेंट टेक्नोलॉजी दिग्गज वीजा के साथ पार्टनरशिप की है।
एसबीआई के चेयरमैन दिनेश कुमार खारा ने कहा था, ''एसबीआई पेमेंट्स द्वारा योनो मर्चेंट ऐप के लॉन्च की घोषणा करने में बहुत खुशी हो रही है। बैंक ने तीन साल पहले योनो प्लेटफॉर्म लॉन्च किया था। योनो के 35.8 मिलियन पंजीकृत यूजर्स हैं। योनो मर्चेंट इस प्लेटफॉर्म का एक विस्तार है।''