ईरान से इंपोर्ट पर भारत का ट्रंप को ठेंगा, US गया 'तेल' लेने

Edited By jyoti choudhary,Updated: 09 Oct, 2018 01:23 AM

do not question the withdrawal of fuel price control free pradhan

ईरान से तेल के आयात पर भारत ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को ठेंगा दिखा दिया है। सोमवार को पेट्रोलियम मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने कहा कि भले ही सरकार ने सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों को पेट्रोल

नई दिल्लीः ईरान से तेल के आयात पर भारत ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को ठेंगा दिखा दिया है। सोमवार को पेट्रोलियम मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने कहा कि भले ही सरकार ने सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों को पेट्रोल और डीजल पर एक रुपए की सब्सिडी देने को कहा है लेकिन पेट्रोलियम ईंधन को कीमत नियंत्रण से मुक्त रखने के निर्णय से पीछे हटने का सवाल ही उठता है। यहां दी एनर्जी फोरम के ऊर्जा क्षेत्र विषयक सम्मेलन को संबोधित करते हुए प्रधान ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल के भाव के चार साल के उच्चतम स्तर 85 डालर प्रति बैरल पर पहुंचना एक चुनौती है। इसके कारण ईंधन के दाम लगातार बढ़ रहे हैं। उत्पाद शुल्क में कटौती तथा ईंधन पर सार्वजनिक उपक्रमों द्वारा दी जाने वाली सब्सिडी के बावजूद दाम बढ़ रहे हैं।

PunjabKesariप्रधान ने कहा कि उन्होंने सऊदी अरब के पेट्रोलियम मंत्री खालिद ए अल फलीह से बात की थी और उन्हें जून में जतायी गयी प्रतिबद्धता की याद दिलायी। जून में उन्होंने कहा था कि ओपेक ईंधन के दाम में नरमी के लिए तेल उत्पादन बढ़ाने के लिए 10 लाख बैरल प्रतिदिन उत्पादन बढ़ाएगा। उन्होंने कहा, ‘‘हो सकता है ओपेक जून में किए गए फैसले का अनुकरण नहीं कर रहा।’’

PunjabKesariएक तरफ अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल के ऊंचे दाम तथा रुपए की विनिमय दर में गिरावट से आयात महंगा हुआ है। इसके कारण घरेलू बाजार में ईंधन के दाम बढ़ रहे हैं। सोमवार को पेट्रोल की कीमत में 21 पैसे प्रति लीटर जबकि डीजल के दाम 28 पैसे प्रति लीटर बढ़े। इस बढ़ोतरी के बाद दिल्ली में पेट्रोल 82.03 रुपए लीटर तथा डीजल 73.82 रुपए लीटर पर पहुंच गया है। प्रधान ने कहा कि पेट्रोल और डीजल के उत्पाद शुल्क में 1.50-150 रुपए लीटर की कटौती की गई जबकि सरकारी कंपनियों से ग्राहकों को राहत देने के लिए मूल्य में एक रुपए लीटर की कटौती करने को कहा गया।

PunjabKesariप्रधान ने कहा, ‘‘मूल्य नियंत्रण मुक्त व्यवस्था से पीछे नहीं हटना है।’’ वर्तमान व्यवस्था के तहत पेट्रोलियम ईंधन के भाव अंतरराष्ट्रीय बाजार में प्रचलित मानक दर तथा रुपए की विनिमय दर में घट बढ़ के आधार पर रोज तय किए जाते हैं। इंडियन आयल कारपोरेशन के चेयरमैन संजीव सिंह ने कहा कि तेल कंपनियों को दैनिक आधार पर दरों में बदलाव की आजादी है और एक रुपए प्रति लीटर सब्सिडी अस्थायी कदम है। उन्होंने कहा कि इस निर्णय से चालू वित्त वर्ष में तेल कंपनियों के लाभ में 4,000 करोड़ रुपए से 4,500 करोड़ रुपए का नुकसान होगा। 

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