Edited By jyoti choudhary,Updated: 19 Apr, 2019 02:05 PM
भारी कर्ज से डूबे जेट एयरवेज ने अनिश्चितकाल के लिए अपने परिचालन को रोक दिया है। एक रिपोर्ट की माने तो एयरलाइन ने अपने कर्मचारियों को आदेश दिया है कि वह बाहरी लोगों खासकर मीडिया से बात ना करें।
बिजनेस डेस्कः भारी कर्ज से डूबे जेट एयरवेज ने अनिश्चितकाल के लिए अपने परिचालन को रोक दिया है। एक रिपोर्ट की माने तो एयरलाइन ने अपने कर्मचारियों को आदेश दिया है कि वह बाहरी लोगों खासकर मीडिया से बात ना करें। ऐसा करने से एयरलाइन की हिस्सेदारी बेचने के लिए जारी बोली प्रक्रिया प्रभावित हो सकती है।
जेट एयरवेज की कॉर्पोरेट संचार टीम ने गुरुवार को कर्मचारियों को एक मेल कर कहा कि "हम वर्तमान में अपनी बोली प्रक्रिया के एक महत्वपूर्ण चरण में हैं, जिसका नेतृत्व हमारे उधारदाताओं द्वारा किया जा रहा है। हम आपसे आग्रह करते हैं कि आप मीडिया से जुड़ने से बचें और बाहरी हितधारकों (विशेषकर मीडिया) के साथ बातचीत को अपने सहयोगियों तक सीमित रखें।"
इससे पहले करीब 300 जेट एयरवेज के कर्मचारियों ने गुरुवार को जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन किया, जिसके एक दिन बाद एयरलाइन ने अपने उड़ान संचालन को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया। प्रदर्शनकारियों ने एयरलाइन के लिए धन जारी नहीं करने के लिए एसबीआई के नेतृत्व वाले बैंकों के संघ के खिलाफ अपना रोष व्यक्त किया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हस्तक्षेप करने की अपील की। अधिकांश के लिए, एयरलाइन एक दूसरे घर की तरह है और इसलिए उनकी मांग है कि वे जेट एयरवेज को फिर से शुरू लिए कई महीनों के लिए कम वेतन लेने को भी तैयार हैं।
कर्मचारियों की 3-4 महीने की सैलरी बकाया
जेट एयरवेज के मैनेजमेंट ने गुरुवार को मेल कर कर्चमारियों से कहा है कि एयरलाइन के कर्जदाताओं द्वारा बोली की प्रक्रिया अहम चरण में है। ऐसे समय में कॉरपोरेट कम्युनिकेशन टीम को ही मीडिया से बात करनी चाहिए।
वेतन और भत्ते नहीं मिलने से आर्थिक तंगी झेल रहे जेट एयरवेज के सैंकड़ों कर्मचारी गुरुवार को दिल्ली में जतंर-मतंर पर जमा हुए। उन्होंने एयरलाइन को बचाने के लिए सरकार से दखल देने की अपील की। कर्मचारियों की 3-4 महीने की सैलरी बकाया है। अब नौकरी जाने का खतरा भी मंडरा रहा है।