Edited By ,Updated: 06 Dec, 2015 01:06 PM
कतर के सबसे बड़े व्यावसायिक बैंकों में एक दोहा बैंक भारत के बुनियादी ढांचा क्षेत्र में निवेश की संभावना तलाश रहा है।
नई दिल्लीः कतर के सबसे बड़े व्यावसायिक बैंकों में एक दोहा बैंक भारत के बुनियादी ढांचा क्षेत्र में निवेश की संभावना तलाश रहा है। बैंक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी आर. सीतारमण ने अपने हालिया भारत दौरे में रेलमंत्री सुरेश प्रभु से मुलाकात कर भारत-खाड़ी सहयोग परिषद की द्विपक्षीय व्यापार संधियों पर चर्चा की।
सीतारमण ने संवाददाताओं को बताया कि दोहा बैंक भारत में अपनी एक सहयोगी इकाई स्थापित करने पर विचार कर रहा है। उन्होंने कहा, "भारतीय परिचालन के लिए एक सहयोगी इकाई स्थापित करना हमारी दीर्घकालिक रणनीति है।" उन्होंने कहा कि दोहा बैंक की यहां 3 शाखाएं हैं जिनमें दो मुंबई में तथा एक कोच्चि में है।
बैंक मुंबई की अपनी एक शाखा को किसी अन्य शहर में स्थानांतरित करने की योजना बना रहा है। उन्होंने कहा कि लघु एवं मध्यम श्रेणी उपक्रमों की महत्वपूर्ण उपस्थिति के कारण पश्चिम बंगाल को प्राथमिकता दी जा सकती है। उन्होंने कहा कि भारत के लघु एवं मध्यम उपक्रम दोहा बैंक के सस्ते ऋण का लाभ उठा सकते हैं। बैंक के 87 प्रतिशत ऋण को कतर सरकार की गारंटी प्राप्त है तथा वह ए प्लस रेटिंग वाला बैंक है। दोहा बैंक ने महाराष्ट्र में इस श्रेणी के उद्यमों के एक संगठन के साथ करार भी किया।
उल्लेखनीय है कि 12वीं पंचवर्षीय योजना के तहत राजमार्गों, बंदरगाहों एवं ऊर्जा संयंत्रों समेत अन्य बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के लिए देश को एक हजार अरब डॉलर निवेश की जरूरत है। अगस्त में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खाड़ी देशों के दौरे में संयुक्त अरब अमीरात ने 750 अरब डॉलर निवेश करने का वादा किया था।