Edited By Punjab Kesari,Updated: 20 Dec, 2017 12:53 PM
घरेलू हवाई यात्रा की मांग नवंबर में पिछले साल के मुकाबले 17 फीसदी बढ़ी है। इस अवधि करीब 1.05 करोड़ यात्रियों ने हवाई यात्रा की। इसकी अहम वजह त्योहारी मौसम में मांग का बढ़ना और नए हवाई मार्गों का खुलना एवं नए विमानों का शुरु होना रही।
नई दिल्लीः घरेलू हवाई यात्रा की मांग नवंबर में पिछले साल के मुकाबले 17 फीसदी बढ़ी है। इस अवधि करीब 1.05 करोड़ यात्रियों ने हवाई यात्रा की। इसकी अहम वजह त्योहारी मौसम में मांग का बढ़ना और नए हवाई मार्गों का खुलना एवं नए विमानों का शुरु होना रही।
विमानन क्षेत्र के नियामक नागर विमानन महानिदेशालय के जारी मासिक आंकड़ों के अनुसार इस साल नवंबर में घरेलू हवाई यात्रियों की कुल संख्या 1.048 करोड़ रही। पिछले साल इसी अवधि में 89.6 लाख यात्रियों ने हवाई यात्रा की थी। यह यात्रियों की संख्या में 16.99 फीसदी की वृद्धि को अंकित करता है। विमानन बाजार में समय पर उड़ान परिचालन में शीर्ष पर रहने वाली कंपनी इंडिगो समीक्षावधि में दूसरे स्थान पर रही, जबकि उसकी प्रतिस्पर्धी कंपनी स्पाइसजेट इस मामले पर शीर्ष पर रही है जिसकी चार बड़े मेट्रो हवाईअड्डों पर 81.9 फीसदी उड़ानों ने समय पर उड़ान भरी है। इसी प्रकार स्पाइसजेट के विमानों में सीटों के भरने की स्थिति लगातार 32वें महीने शीर्ष पर रही है। नवंबर में उसके विमानों की कुल 95.5 फीसदी सीटें बुक हुईं।
इस मौके पर स्पाइसजेट के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक अजय सिंह ने एक बयान में कहा कि समय पर उड़ान परिचालन के मामले में उनका 81.9 फीसदी का प्रदर्शन भारत में सभी विमानन कंपनियों में सबसे अच्छा रहा है। इसी प्रकार सीट बुकिंग के मामले में स्पाइस जेट लगातार 32वें महीने में भी शीर्ष पर रही है। स्पाइसजेट के इतिहास में 95.5 फीसदी सीटों का बुक होना सबसे अच्छा रिकॉर्ड है। देश की प्रमुख निजी विमानन कंपनी जेट एयरवेज का समय पर उड़ान परिचालन प्रदर्शन नवंबर में सबसे नीचे यानी 54.1 फीसदी रहा है। इसमें उसकी अनुषंगी कंपनी जेटलाइट का प्रदर्शन भी जुड़ा है। वहीं क्षेत्रीय विमानन कंपनी ट्रूजेट ने अपनी सबसे ज्यादा उड़ानों का रद्द कीं।