Edited By jyoti choudhary,Updated: 17 Aug, 2019 06:36 PM
इस त्यौहारी सीजन में बादाम, अखरोट जैसे ड्राई फ्रूट्स के लिए आपको पहले से कहीं ज्यादा पैसे खर्च करने पड़ सकते हैं। ड्राई फ्रूट्स की डिमांड बढ़ने पर दामों में वृद्धि होना आम बात है लेकिन इस साल इसकी कीमत में इजाफे के पीछे एक और वजह रहेगी। वह है...
नई दिल्लीः इस त्यौहारी सीजन में बादाम, अखरोट जैसे ड्राई फ्रूट्स के लिए आपको पहले से कहीं ज्यादा पैसे खर्च करने पड़ सकते हैं। ड्राई फ्रूट्स की डिमांड बढ़ने पर दामों में वृद्धि होना आम बात है लेकिन इस साल इसकी कीमत में इजाफे के पीछे एक और वजह रहेगी। वह है वाघा-अटारी बॉर्डर पर ड्राई फ्रूट्स का आयात बंद होना। दरअसल भारत में बिकने वाले बादाम और अखरोट का बड़ा हिस्सा पाकिस्तान और अफगानिस्तान से आयात होता है। इस आयात के रुक जाने से दोनों अखरोट की कीमत में 50 फीसदी और बादाम की कीमत में 20 फीसदी का इजाफा हो गया है।
व्यापार रुकने से व्यापारी परेशान
भारत बड़ी मात्रा में अफगानिस्तान से ड्राई फ्रूट्स खरीदता है जो पाकिस्तान के रास्ते आते हैं। भारत में अफगानिस्तान से बादाम और पाकिस्तान से अखरोट और खजूर जैसे ड्राई-फ्रूट्स आते हैं। भारत और पाकिस्तान के बीच व्यापार बंद हो जाने से पिछले कुछ दिनों से इन देशों से कोई खेप नहीं आई है। इस मामले में व्यापारियों का कहना है कि अफगानिस्तान से ड्राई फ्रूट्स का कारोबार फिर शुरू होना चाहिए। पाकिस्तान एक ट्रांजिट स्टेट है और ट्रांजिट स्टेट से कारोबार को रास्ता दिए जाने का प्रोटोकॉल WTO ने दिया है।
बीच रास्ते में अटके हुए हैं कई कंसाइनमेंट्स
कश्मीर से अनुच्छेद 370 खत्म होने के बाद पाकिस्तान ने भारत से व्यापार निरस्त कर दिया था। इसके चलते पाकिस्तान से आने वाले कई कंसाइनमेंट्स बीच रास्ते में ही अटक गए हैं। आने वाले समय में भी व्यापार संबंध सुधरने की संभावना कम है, लिहाजा पाकिस्तान से उत्पादों के आयात पर रोक लगी रहेगी। ऐसे में आने वाले हफ्ताें में बादाम और अखरोट के भाव और बढ़ सकते हैं। बाजार में अफगानी बादाम इस समय 3000 रुपए प्रति किलो के हिसाब से बिक रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, भारतीय रिटेलर्स का कहना है कि, जब तक पाकिस्तान से व्यापार पहले की तरह नहीं होने लगता, तब तक कंसाइमेंट्स दुबई से हवाई मार्ग से आएंगे।