Edited By ,Updated: 19 Jun, 2016 05:35 PM
आरबीआई गवर्नर रघुराम राजन के दूसरा कार्यकाल लेने से मना करने पर आर्थिक जगत ने गहरी चिंता जताई है...
नई दिल्ली: आरबीआई गवर्नर रघुराम राजन के दूसरा कार्यकाल लेने से मना करने पर आर्थिक जगत ने गहरी चिंता जताई है। अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए नोबेल पुरस्कार से सम्मानित अर्थशास्त्री अमत्र्य सेन ने राजन के दूसरे कार्यकाल से मना करने के फैसले को देश के लिए दुखद बताते हुए कहा कि भारत दुनिया के सबसे दक्ष आर्थिक विचारकों में से एक खो रहा है।
राजन के जाने से उद्योग जगत भी निराश
देश के शीर्ष उद्योगपतियों ने कहा कि राजन का दूसरा कार्यकाल स्वीकार नहीं करने का फैसला देश का नुकसान है। क्योंकि उन्होंने आर्थिक स्थिरता लाई और वैश्विक मंच पर भारत की विश्वसनीयता बढ़ाई। दीपक पारेख, एन.आर. नारायण मूर्ति, किरण मजूमदार-शॉ, मोहन दास पै के नेतृत्व में भारतीय उद्योग को उम्मीद है कि राजन के उत्तराधिकारी भी उनके द्वारा शुरू अच्छा काम जारी रखेंगे, हालांकि उद्योग मंडल सीआईआई और फिक्की ने इस पर टिप्पणी करने से इनकार किया।
आनंद महिंद्रा ने ट्वीट करके कहा, मैंने पहले ही कहा था कि हमें यह समझना चाहिए कि आरबीआई गवर्नर राजन ने पूरी दुनिया में भारत की छवि को मज़बूती से बढ़ाया है, हालांकि हमें यह छवि नहीं बनने देनी चाहिए कि राजन की जगह लेने और भारत की छवि को बनाए रखने के लिए देश में टैलेंट की कमी है।