Edited By jyoti choudhary,Updated: 15 Dec, 2019 07:03 PM
बाजार में खरीफ की फसल आने से सब्जियों और अनाज के दाम में गिरावट आ जाती है लेकिन इस बार इनके दाम में अब तक कोई नरमी देखने को नहीं मिली है। फल-सब्जियों और अनाज के दाम में गिरावट न होने से खुदरा महंगाई बढ़ने लगी है। इसके पीछे लेट मानसून की बारिश है
बिजनेस डेस्कः बाजार में खरीफ की फसल आने से सब्जियों और अनाज के दाम में गिरावट आ जाती है लेकिन इस बार इनके दाम में अब तक कोई नरमी देखने को नहीं मिली है। फल-सब्जियों और अनाज के दाम में गिरावट न होने से खुदरा महंगाई बढ़ने लगी है। इसके पीछे लेट मानसून की बारिश है, जिसने कई जगह फसलों को नुकसान पहुंचाया और सप्लाई चेन में अड़चन आ गई है।
बेमौसम की बारिश ने पहुंचाया नुकसान
आलू, टमाटर, फूलगोभी, पालक समेत अन्य सब्जियों की कीमतें पिछले साल के मुकाबले 50 फीसदी से अधिक दाम पर बिक रही हैं। हालांकि, बीते कुछ महीनों में टमाटर की कीमतों में भारी गिरावट देखने को मिली है लेकिन पिछले साल के मुकाबले यह अभी भी अधिक है। दरअसल अक्टूबर में मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान समेत देश के कई राज्यों में बेमौसम की बारिश ने प्याज, टमाटर, तिलहन और दलहन के दाम बढ़ा दिए।
खाद्य तेल और दाल के भाव में भी तेजी
अक्टूबर महीनें में होने वाली बारिश ने मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और राजस्थान समेत देशभर के कई क्षेत्रों में प्याज, टमाटर समेत अन्य सब्जियों के पैदावार पर असर डाला है। इस बारिश का असर तिलहन से लेकर दाल की फसलों पर भी पड़ा है। खाद्य तेल और दालों की कीमतों में भी तेजी देखने को मिल रही है।
10 महीने में 400 गुना बढ़ा प्याज का दाम
हाल ही में उपभोक्ता मंत्री राम विलास पासवान ने संसद में बताया था कि मार्च के बाद से दिसंबर माह के शुरुआत तक प्याज की कीमतों में 400 गुना से अधिक का इजाफा हुआ है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, मार्च 2019 में जिस प्याज का भाव 15.87 रुपए प्रति किलोग्राम था वह 3 दिसंबर 2019 तक 81.90 रुपए प्रति किलोग्राम था।
10 फीसदी तक महंगा हुआ गेहूं-चावल
इन आंकड़ों के मुताबिक, चावल, गेहूं, आटा, दाल, खाद्य तेल, चाय, चीनी, गुड़, सब्जी और दूध के भाव में इस साल केवल इजाफा हुआ है। गेहूं और चावल के दाम में भी करीब 10 फीसदी से अधिक का इजाफा हुआ है।
खुदरा महंगाई दर पर पड़ा असर
सब्जियों व अन्य खाद्य पदार्थों की कीमतों में तेजी की वजह से ही नवंबर माह में खुदरा महंगाई दर बढ़कर 5.54 फीसदी के स्तर पर आ गया, जोकि अक्टूबर माह में 4.62 फीसदी था। ध्यान देने वाली बात है कि साल 2016 के बाद महंगाई दर सबसे अधिक है।
करीब 10% तक महंगी हुई सब्जियां
बीते सप्ताह जारी आंकड़ों से पता चलता है कि सब्जियों की कीमतें अक्टूबर माह में 26.10 फीसदी से बढ़कर नवंबर माह में 35.99 फीसदी तक पहुंच गई हैं। नवंबर माह में खाद्य पदार्थों की महंगाई दर 10.01 फीसदी तक रहा था। केवल नवंबर माह में प्याज की कीमतों में 38 फीसदी तक इजाफा हुआ है। 1 नवंबर को राजधानी दिल्ली में जिस प्याज का औसत भाव 55 रुपए प्रति किलोग्राम थ, 30 नवंबर को वो बढ़कर 76 रुपए प्रति किलोग्राम रहा।